जब हार्दिक ने कहा, एक घंटे में जला दो पूरा गुजरात
अहमदाबाद : पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और पांच अन्य लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के गंभीर आरोपों के तहत दर्ज 27 पृष्ठों वाली प्राथमिकी में कहा गया है कि हार्दिक ने अपने समुदाय के लोगों को गुजरात सरकार के खिलाफ ‘युद्ध छेडने’ की खातिर हिंसक तरीके अपनाने के लिए कथित तौर पर उकसाया. […]
अहमदाबाद : पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और पांच अन्य लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के गंभीर आरोपों के तहत दर्ज 27 पृष्ठों वाली प्राथमिकी में कहा गया है कि हार्दिक ने अपने समुदाय के लोगों को गुजरात सरकार के खिलाफ ‘युद्ध छेडने’ की खातिर हिंसक तरीके अपनाने के लिए कथित तौर पर उकसाया.
जांच एजेंसी ने ‘पाटीदार अनामत आंदोलन समिति’ के सदस्यों और इसके संयोजक हार्दिक के भाषणों और टेलीफोन पर हुई बातचीत का लिप्यांतरण पेश किया गया है, जिसके अनुसार इन लोगों ने आंदोलकारियों को राज्य सरकार के खिलाफ कथित तौर पर युद्ध झेडने के लिए भडकाया. पटेल नेताओं के खिलाफ शिकायत 25-26 अगस्त को तथा इसके बाद भी कथित तौर पर हिंसा भडकाने के लिए दर्ज की गई है.
मीडिया में चल रही रिपोर्ट के अनरुसार एक कॉल में हार्दिक अपने साथियों से कह रहे हैं, ‘अगर हमें शिवाजी, भगत सिंह और सरदार पटेल जैसा बनना है, तो हममें विधानसभा में बम रखने से भी हिचकने की जरूरत नहीं. हमें हिम्मत से काम करना होगा. दर्ज केस के मुताबिक, 25 अगस्त को अहमदाबाद में हुई पाटीदार समाज की रैली से पहले भी आंदोलन से जुड़े नेताओं के बीच भड़काने वाली बातचीत हुई. इसमें कहा गया कि आरोपियों ने एक घंटे के भीतर पूरा गुजरात जला देने की बात कही थी.
यहां की अपराध शाखा में एसीपी केएन पटेल की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है, ‘‘आंदोलन समिति की कोर कमेटी के कुछ नेताओं तथा आंदोलनकारियों की बातचीत से स्पष्ट दिखता है कि ये लोग पटेल समुदाय को भडका रहे थे और उनसे सार्वजनिक संपत्तियों पर हमला करने एवं जलाने तथा गुजरात की निर्वाचित सरकार को हटाने के लिए युद्ध छेडने के लिए भी कह रहे थे.’ इसमें कहा गया है, ‘‘अहमदाबाद में 25 अगस्त को शुरु हुई हिंसा से स्पष्ट तौर पर उस सिलसिले का खुलासा होता है जो हार्दिक पटेल के पहले भाषणों को समर्थन मिलने के साथ शुरु हुआ। दूसरे आरोपियों की बातचीत से भी यही खुलासा होता है.’
अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने बुधवार को हार्दिक के खिलाफ और पांच अन्य लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का दूसरा मामला दर्ज किया था. अपराध शाखा की ओर से आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 121 (सरकार के खिलाफ युद्ध छेडने), 124 (देशद्रोह – सरकार के खिलाफ नफरत, अवमानना या विद्रोह करना:, 153-ए (विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करना) और 153-बी ) राष्ट्रीय अखंडता के खिलाफ काम करना: के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. प्राथमिकी में हार्दिक के अलावा दिनेश पटेल, चिराग पटेल और अल्पेश पटेल शामिल हैं. पुलिस ने कल पटेल आंदोलन समिति के दो सदस्यों दिनेश और चिराग को गिरफ्तार किया था.