श्रीनगर : मुहर्रम के अवसर पर श्रीनगर के लाल चौक में निकाला गया जुलूस विरोध प्रदर्शन में बदल गया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.
गौरतलब है कि शहर के कुछ हिस्सों में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए एहतियातन लगाये गये कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध आज लगातार तीसरे दिन जारी रहे.
पुलिस ने बताया कि छह थाना क्षेत्रों रैनावाड़ी, खानयार, नौहट्टा, साफाकदल, महाराज गंज और मैसूमा, में लोगों की आने जाने पर रोक लगायी गयी है.
अधिकारियों ने बताया कि शहर के कुछ इलाकों में प्रतिबंध लागू रखने का निर्णय कानून-व्यवस्था संबंधी समस्याओं की आशंकाओं के मद्देनजर लिया गया है.
उन्होंेने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पुलिस और सीआरपीएफ के अर्द्धसैन्य बल तैनात किए गए हैं जबकि प्रभावित इलाकों में कई स्थानों पर लोगों को मुख्य सडकों पर आने से रोकने के लिए कांटेदार तारें लगाई गयी है.
पुलिस ने सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक समेत सभी अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया है जबकि जेकेएलएफ के अध्यक्ष मोहम्मद यासिन मलिक बुधवार से कोठीबाग पुलिस थाने में बंद हैं.
अधिकारियों ने इस बात की आशंका के कारण शहर में प्रतिबंध लगाए हैं कि अलगाववादी राजनीतिक लाभ लेने के लिए मुहर्रम जुलूस का इस्तेमाल कर सकते हैं.
इस बीच दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग से पांच दिन बाद प्रतिबंध हटा दिया गया है लेकिन कानून व्यवस्था संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या की स्थिति से निपटने के लिए बडी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों को तैनात किया गया है.
बुरी तरह से झुलसे जाहिद भट की दिल्ली के एक अस्पताल में 18 अक्तूबर को मौत हो जाने के बाद 19 अक्तूबर को अनंतनाग में प्रतिबंध लगाए गए थे.
भट नौ अक्तूबर को उधमपुर में एक ट्रक पर हुए पेट्रोल बम हमले में बुरी तरह झुलस गया था.