भाजपा की ‘मोदी ऑक्सीजन” उनकी लोकप्रियता तक ही : शिवसेना
मुम्बई : केंद्र एवं राज्य में सत्तारुढ गठबंधन सहयोगी भाजपा पर निशाना साधना जारी रखते हुए शिवसेना ने आज कहा कि भाजपा को सत्ता के रूप में ‘मोदी आक्सीजन’ प्राप्त है और यह तब तक बनी रहेगी, जब तक लोगों में उनकी लोकप्रियता बनी रहेगी. उद्धव ठाकरे की पार्टी ने भाजपा को सख्त संदेश देते […]
मुम्बई : केंद्र एवं राज्य में सत्तारुढ गठबंधन सहयोगी भाजपा पर निशाना साधना जारी रखते हुए शिवसेना ने आज कहा कि भाजपा को सत्ता के रूप में ‘मोदी आक्सीजन’ प्राप्त है और यह तब तक बनी रहेगी, जब तक लोगों में उनकी लोकप्रियता बनी रहेगी. उद्धव ठाकरे की पार्टी ने भाजपा को सख्त संदेश देते हुए कहा कि उसकी दशहरा रैली यह संकेत देती है कि भविष्य शिवसेना का है और अगर जरुरत पडी तो वह अकेले आगामी लडाइयां (चुनाव) लडने को तैयार है.
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है, ‘भाजपा को सत्ता के रूप में मोदी ऑक्सीजन मिली हुई है. यह आक्सीजन तब तब बना रहेगी जब तक उनकी लोकप्रियता बनी रहती है. शिवसेना अपने विचारों, संघर्षो और देशभक्ति पर कायम है. पार्टी ने हिन्दुत्व, देशभक्ति, महाराष्ट्र की अस्मिता और आम लोगों के जीवन से जुडे मुद्दों पर अपना रुख कभी नहीं बदला. हमारा मत किसी भी कीमत पर नहीं बदलेगा.’
सामना के संपादकीय में कहा गया है कि शिवसेना ने देश के दुश्मनों के खिलाफ युद्ध छेड रखा है. पार्टी को किसी से कोई चुनौती नहीं है और लोगों के समर्थन की बदौलत भविष्य में शिवसेना का झंडा लहराता रहेगा. इसमें कहा गया है कि, ‘भविष्य शिवसेना का है और पार्टी की दशहरा रैली से यह संदेश सभी को मिल गया है. हम लडाई जारी रखेंगे, जो भी चाहे इसमें शामिल हो सकता है, अन्यथा हम अकेले इसे जारी रखने को पूरी तरह से तैयार है. कोई भी हमारा मार्ग बाधित करने का साहस नहीं करे.’
शिवसेना ने पिछले सप्ताह वित्त मंत्री अरुण जेटली की बारामती में मेजबानी करने के लिए राकांपा प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधा. पार्टी ने कहा, ‘दिल्ली में कोई काम नहीं बचने के कारण पवार ने बारामती में गोविंद बाग में राजनीतिक नेताओं के ठहरने खाने का नया कारोबार शुरू कर दिया है. उम्र के साथ पवार की राजनीति भी ढलान पर है.’ कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए संपादकीय में कहा गया है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी की महाराष्ट्र में पहचान ही नदारद हो गयी है. ‘न कांग्रेस के कोई नेता हैं और न ही कोई मतदाता हैं.’