मुख्यमंत्री राहत कोष के मुद्दे पर विपक्ष ने फडणवीस पर साधा निशाना

नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री राहत कोष से एक नृत्य मंडली को कोष मंजूर करने के लिए विपक्षी कांग्रेस और राकांपा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए इस ‘हस्यास्पद’ स्थिति के लिए उनसे माफी मांगने और उनके इस्तीफे की मांग की. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि भविष्य की विकट स्थिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2015 5:48 PM

नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री राहत कोष से एक नृत्य मंडली को कोष मंजूर करने के लिए विपक्षी कांग्रेस और राकांपा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए इस ‘हस्यास्पद’ स्थिति के लिए उनसे माफी मांगने और उनके इस्तीफे की मांग की.

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि भविष्य की विकट स्थिति के लिए राहत कोष का धन था जिसका उपयोग बैंकाक में सभी तरह के आमोद प्रमोद के लिए किया गया. इससे बडा उपहास क्या हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. राहत कोष का संचालन सीधे मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है. अगर किसी कारण के लिए धन का दुरुपयोग किया गया है तब यह गंभीर मामला है.

मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए अन्यथा विपक्षी दलों को मिलकर उनके इस्तीफे के लिए दबाव बनाना चाहिए. इन आरोपों के बीच, मुख्यमंत्री कार्यालय ने किसी तरह के गलत कार्य किये जाने से इंकार किया है और कहा कि सरकारी कर्मचारियों की नृत्य मंडली को आवंटित धन इसी उद्देश्य के लिए था.

सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगडी द्वारा दायर आरटीआई आवेदन के जवाब में पता लगा कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने दिसम्बर में बैंकाक में एक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये सरकारी कर्मचारियों की नृत्य मंडली के लिये आठ लाख रुपये आवंटित किये. इस मुद्दे से विवाद शुरु हो गया और विपक्ष ने भाजपा नीत सरकार की ‘प्राथमिकताओं ‘ पर सवाल उठाये हैं, ऐसे वक्त जब राज्य भयंकर सूखे की स्थिति का सामना कर रहा है.

राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘महराष्ट्र सूखे की गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है और हजारों किसान आत्महत्या कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के समक्ष हजारों आवेदन लंबित हैं. लोग कैंसर और दिल की बीमारी के लिये मदद मांग रहे हैं. उनके पास जरुरतमंदों के लिये 5000..10000 रुपये आवंटित करने के बारे में निर्णय करने के लिए समय नहीं है.’

उन्होंने कहा कि सरकार को यह धन वापस लेना चाहिए जिन्होंने इसका इस्तेमाल किया और यदि वह ऐसा करने में विफल रहती है तो फडणवीस को अपनी जेब से इसका भुगतान करना चाहिए. भ्रष्टाचार से लड रहे हैं और उनकी विश्वसनीयता की सभी जगहों पर चर्चा है. सार्वजनिक तौर पर सही जानकारी आनी चाहिए.

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