गाजियाबाद: राजेश और नूपुर तलवार के वकील ने आज कहा कि दंपति को आरुषि-हेमराज हत्या मामले में फंसाया गया और सीबीआई ने पूरा मामला उनके खिलाफ बनाया.तलवार के वकील तनवीर अहमद मीर ने मामले की सुनवाई कर रही सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष विभिन्न परीक्षणों और पीड़ितों की पोस्टमोर्टम रिपोटरें का जिक्र किया.
मीर ने कहा कि सीबीआई का यह दावा कि हेमराज की हत्या आरुषि के कमरे में की गयी थी, सिर्फ ‘‘कल्पना’‘ है और अगर उसकी वहां हत्या हुयी, तो जांच एजेंसी यह साबित करने में क्यों नाकाम रही कि घरेलू नौकर कमरे में मौजूद था.उन्होंने कहा कि दीवारें, टीवी रिमोट, रसोईघर और तलवार के घर में अन्य स्थानों सहित 24 स्थानों से प्रिंट लिए गए और सीएफएसएल के फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ एडी साहा द्वारा परीक्षण कराया गया.
मीर ने दावा किया कि उनकी रिपोर्ट में हेमराज के फिंगरप्रिंट का पता नहीं चला था. मीर ने सवाल किया कि सीबीआई के दावे के अनुसार हेमराज की हत्या आरुषि के कमरे में गोल्फ क्लब से की गयी तो वहां उसका खून क्यों नहीं मिला था.उन्होंने कहा कि आरुषि के कमरे का पालीलाइट परीक्षण भी कराया गया था लेकिन हेमराज से संबंधित कोई डीएनए नहीं मिला. बचाव पक्ष की दलीलें अब 28 अक्तूबर को दर्ज की जाएंगी.