नयी दिल्ली : भाजपा ने कोल ब्लॉक आवंटन मामले में जांच के लिए खुद को सीबीआइ के समक्ष उपस्थित होने की प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की पेशकश की खिल्ली उड़ायी है.
पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच तभी हो सकती है, जब डॉ सिंह अपने पद से इस्तीफा देंगे. वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि इस तरह की पेशकश कर वह मामलों को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन की जांच कर रही जेपीसी के समक्ष उपस्थित होने की पेशकश की थी, लेकिन ऐसा उन्होंने नहीं किया. सिन्हा ने कहा, डॉ सिंह के लिए मात्र एक विकल्प है कि वह इस्तीफा दें और जांच एजेंसी के समक्ष पेश हों.
अगर सीबीआइ देश के प्रधानमंत्री से पूछताछ करेगी, तो इसका क्या संदेश जायेगा? साथ ही पद पर रहते हुए डॉ सिंह से पूछताछ करने में सीबीआइ को भी परेशानी हो सकती है, क्योंकि जांच एजेंसी प्रधानमंत्री के तहत ही है.
भाजपा नेता ने कहा, यदि प्रधानमंत्री डॉ सिंह दागी नहीं हैं और महसूस करते हैं कि सवालों के जवाब दे सकते हैं, तब उन्हें कुरसी छोड़ कर तत्कालीन कोयला मंत्री के रूप में जवाब देना चाहिए. आरोप लगाया, डॉ सिंह हर बात छिपाते हैं. सच्चाई पर परदा डालते हैं. यह सर्वविदित है कि उनकी सरकार के रहते किसी बात की स्वतंत्र जांच नहीं हो सकती है.