नयी दिल्ली : दिल्ली में आज से तीसरा भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है. दोनों देश एक दूसरे के साथ जुड़कर विकास करना चाहते हैं. ऐतिहासिक रूप से अफ्रीका और भारत का संबंध काफी पुराना है. अफ्रीकी महाद्वीप आज के समय में दुनिया के सबसे तेज विकसित होते क्षेत्रों में शामिल है. यह महाद्वीप सांस्कृतिक, आर्थिक और भाषा की दृष्टि से विविधताओं से भरा हुआ है. जानते हैं इस क्षेत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य –
1. क्षेत्रफल के लिहाज से अफ्रीका, भारत से 10 गुना बड़ा है.
2. क्षेत्रफल के हिसाब से अल्जीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा देश है. इसका क्षेत्रफल 25 लाख वर्ग किलोमीटर है. सबसे छोटा सेशल्स है जिसका क्षेत्रफल 453 वर्ग किलोमीटर है.
3. अफ्रीका की आबादी एक अरब 10 करोड़ है. जो कि भारत की आबादी से थोड़ा ही कम है. दोनों क्षेत्रों की समान समस्या है ज्यादा आबादी और उससे उत्पन्न बड़ी-बड़ी चुनौतियां.
4. अफ्रीका में 54 देश हैं. सबसे नया राष्ट्र दक्षिण सूडान है, जिसे सूडान को विभाजित कर बनाया गया है.
5. अफ्रीका की समुद्रतट रेखा 26000 किलोमीटर लंबी है.
6. अफ्रीका अपेक्षाकृत युवा महाद्वीप है. 65 फीसदी आबादी की आयु 35 साल से कम है. कई देशों में आधी आबादी की औसत उम्र 25 साल से कम है. ठीक ऐसे हीं भारत युवा देश है.
7. अफ्रीका का मुख्य क्षेत्र आम तौर से सब-सहारा कहलाता है. इसमें मुख्यत: उत्तर अफ्रीका के इस्लामी देश जैसे मिस्र, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, मोरक्को, लीबिया और मॉरितानिया शामिल नहीं हैं. सब-सहारा अफ्रीका में 48 देश शामिल हैं. इनमें से 6 द्वीपीय राष्ट्र हैं.
8. अफ्रीकी देशों में करीब 27 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं. अफ्रीका के कई देशों में भारतीय कारोबारी अच्छे-खासे सेटल्ड हैं और उनके बिजनेस को चलाने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय युवा उन देशों में काम करते हैं. भारत में बेरोजगारी की समस्या से निपटने में यह क्षेत्र काफी अहम है.
9. अरबी अफ्रीका में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. 17 करोड़ लोग अरबी इस्तेमाल करते हैं. इनका ताल्लुक मुख्य रूप से उत्तरी अफ्रीका से है. पूरे महाद्वीप में 2000 मान्यता प्राप्त भाषाएं हैं.
10. नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है. इसकी आबादी 17 करोड़ से अधिक है. दूसरे नबंर पर मिस्र है जिसकी आबादी साढ़े आठ करोड़ है.
11. अफ्रीका में कम से कम 3000 जातीय समूह (कबीले) हैं. अकेले नाइजीरिया में ऐसे कबीलों की संख्या 370 से अधिक है.
प्रभावित हो सकता है दिल्ली का यातायात
आज से शुरू हो रहे भारत अफ्रीका शिखर सम्मेलन के चलते वीवीआईपी के आवागमन की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अगले कुछ दिन में लुटियंस जोन, मध्य दिल्ली, मथुरा रोड, राजघाट, आईटीओ तथा इंडिया गेट के आस पास क्षेत्रों में यातायात प्रभावित हो सकता है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘दिल्ली यातायात पुलिस को कार्यक्रम के बारे अंतिम इनपुट मिला है और आज शाम एक योजना तैयार की गई है.’ वीवीआईपी आवागमन के लिए इंडिया गेट के पास गोल चक्कर को बंद किया जा सकता है और इससे बचकर दक्षिण दिल्ली से आईटीओ या कश्मीरी गेट जाने वाले यात्री आश्रम तक रिंग रोड और फिर अक्षरधाम मंदिर की तरफ जा सकते हैं.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
भारत-अफ्रीका के बीच चार दिन तक चलने वाले शिखर सम्मेलन के दौरान चौबीसों घंटे सुरक्षा के लिए दो हेलीकॉप्टर तैनात किये गये हैं. आज से शुरू हो रहे शिखर सम्मेलन में 54 अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे. संयुक्त पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) टी. एस. लुथरा ने कहा कि एक हेलीकॉप्टर जहां निगरानी करेगा वहीं दूसरा आपातकालीन स्थितियों को देखेगा. भारतीय वायुसेना हेलीकॉप्टर मुहैया कराएगी. बहरहाल इस दौरान किसी भी हेलीकैमरे या मानवरहित हवाई उपकरण का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. लुथरा ने कहा कि केंद्रीय स्थल इंदिरा गांधी स्टेडियम और वीवीआईपी मार्गों की निगरानी के लिए अलग से नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. उन्होंने कहा कि सम्मेलन स्थल पर करीब 200 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं और आईटीओ, दिल्ली सचिवालय, राजघाट और इंदिरा गांधी स्टेडियम के आसपास के इलाकों में 300 और कैमरे लगाये जाएंगे.