सेना ने 68 वां इन्फैंटरी दिवस मनाया
जम्मू: जम्मू कश्मीर में 1947 में पाकिस्तानी हमलावरों से लडने में पैदल सेना के सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करने के लिए सेना ने आज पारंपरिक तरीके से 68 वां इन्फैंटरी दिवस मनाया और इस दौरान पूरे उत्तरी कमान में उत्साह का माहौल रहा. रक्षा प्रवक्ता कर्नल एस डी गोस्वामी ने बताया कि उत्तरी कमान के […]
जम्मू: जम्मू कश्मीर में 1947 में पाकिस्तानी हमलावरों से लडने में पैदल सेना के सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करने के लिए सेना ने आज पारंपरिक तरीके से 68 वां इन्फैंटरी दिवस मनाया और इस दौरान पूरे उत्तरी कमान में उत्साह का माहौल रहा. रक्षा प्रवक्ता कर्नल एस डी गोस्वामी ने बताया कि उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ :जीओसी-इन-सी: ने देश के सम्मान और सुरक्षा की खातिर सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन्फैंटरी के सभी सदस्यांें की याद और सम्मान में उधमपुर के ‘ध्रव शहीद स्मारक’ पर पुष्पांजलि अर्पित की.
उन्होंने कहा कि पूरे जम्मू और कश्मीर में इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गये. भारतीय सेना 27 अक्तूबर को इन्फैंटरी दिवस के रुप में मनाती है इस दिन सिख रेजीमेंट की फर्स्ट बटालियन की इन्फैंटरी कंपनी कश्मीर को पाकिस्तानी सेना समर्थित कबिलायी हमलावर से मुक्त कराने के लिए दिल्ली से श्रीनगर पहुंची थी.
महराजा हरि सिंह के जम्मू कश्मीर के भारत में विलय स्वीकार करने पर हस्ताक्षर करने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने इस कार्रवाई का आदेश दिया था. क्षेत्र में इन्फैंटरी अधिकारियों के सबसे वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने इन्फैंटरी को अपने संदेश में इन्फैंटरी के सभी सदस्यों को कर्तव्य के प्रति अपने समर्पण और विभिन्न परिस्थितियों में काम करने के अदम्य उत्साह और प्रयास के लिए बधाई दी है.