विवाद के बाद केरल भवन के मेन्‍यू से भैंस का मांस हटाया गया

नयी दिल्ली : केरल सरकार ने आज कहा कि दिल्ली के केरल भवन में गोमांस नहीं परोसा जा रहा था और कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा बिना अनुमति प्रवेश किए जाने को लेकर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. यही नहीं, अब केरल भवन के व्यंजन सूची से भैंस का मांस हटा दिया गया है. कल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2015 5:47 PM

नयी दिल्ली : केरल सरकार ने आज कहा कि दिल्ली के केरल भवन में गोमांस नहीं परोसा जा रहा था और कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा बिना अनुमति प्रवेश किए जाने को लेकर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. यही नहीं, अब केरल भवन के व्यंजन सूची से भैंस का मांस हटा दिया गया है.

कल किसी ने पुलिस को फोन करके शिकायत की थी कि केरल भवन की कैंटीन की व्यंजन सूची में गोमांस का जिक्र है. इस घटना के बाद यह शिकायत दर्ज कराई गई है. केरल के मुख्य सचिव जिजि थॉमसन ने केरल भवन में गोमांस परोसे जाने की बात से इंकार किया और कहा कि वह घटना के संबंध में दर्ज कराई गई शिकायत पर पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने का इंतजार करेंगे.
थॉमसन ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं इस बात से पूरी तरह इंकार करता हूं. हमने ऐसा कभी नहीं किया. यहां केवल भैंस का मांस ही परोसा जाता है. गोमांस नहीं परोसा गया.’ उन्होंने कहा कि कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा रेजिडेंट कमिश्नर की बिना अनुमति प्रवेश किए जाने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. थॉमसन ने कहा, ‘‘कल हमें बताया गया कि कुछ कार्यकर्ता रेजिडेंट कमिश्नर की अनुमति के बगैर प्रवेश कर गए हैं. हमने पर इस आपत्ति जताई. हमने पुलिस उपायुक्त (दिल्ली पुलिस) के समक्ष इसकी शिकायत दर्ज कराई है.’
केरल के मुख्य सचिव थॉमसन ने यह भी कहा कि पुलिस को कल अनुमति लेकर केरल भवन में प्रवेश करना चाहिए था. यही नहीं, कल की घटना के कारण अब केरल भवन के व्यंजन सूची से भैंस का मांस अस्थायी तौर पर हटा दिया गया है. उधर, केरल के अटिंगल लोकसभा क्षेत्र से माकपा सांसद ए. सम्पथ ने कहा कि यह घटना राज्य सरकार के लिए ‘अपमानजनक’ है.
उन्होंने कहा, ‘‘संसद सदस्य के तौर पर मैं इसे राज्य सरकार के लिए अपमानजनक जैसा महसूस करता हूं…. यह :केरल भवन: राज्य सरकार की संपत्ति है जो ठीक उसी तरह है जैसे भारत में किसी दूसरे देश का दूतावास होता है. मैं भारत सरकार के अधिकार को चुनौती नहीं दे रहा हूं. परंतु जो यहां हुआ वह पूरी तरह निंदनीय है. मुझे संदेह है कि इसके पीछे कुछ राजनीतिक मंसूबा हो सकता है.’ माकपा सांसद ने केरल सरकार से कहा कि वह व्यंजन सूची में भैंस का मांस फिर से शामिल करे. इस बीच, केरल भवन की कैंटीन में नियमित तौर पर पहुंचने वालों ने भैंस का मांस नहीं परोसे जाने पर निराशा जताई है.
केरल की निवासी और इन दिनों में दिल्ली में रह रही अनु कहती हैं, ‘‘मैं भैंस का मांस खाने के लिए हफ्ते में एक बार इस रेस्तरां में जाती हूं….परंतु अब मैं निराश हूं कि व्यंजन सूची से भैंस का मांस हटा दिया गया है.’ कल किसी ने पुलिस पीसीआर को कॉल करके बताया था कि यहां जंतर-मंतर स्थित केरल भवन में गोमांस परोसा जा रहा है. उसके बाद पुलिस की एक टीम को वहां भेजा गया था ताकि किसी ‘अप्रिय घटना’ को रोका जा सके. पुलिस के पास यह फोन कल शाम करीब 4.15 बजे आया और फोन करने वाले ने दावा किया कि वह एक कट्टर दक्षिणपंथी संगठन से जुडा हुआ है.

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