बोला छोटा राजन, नहीं किया सरेंडर
बाली/मुंबई : इंडोनेशिया के बाली में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने कहा है कि उसने सरेंडर नहीं किया है और वह भारत जाना चाहता है. उसके इस बयान के बाद सारे अटकलों पर विराम लग गया है. एक टीवी चैनल से बातजीत में डॉन छोटा राजन ने कहा है कि वह सीबीआइ को सब बताएगा. […]
बाली/मुंबई : इंडोनेशिया के बाली में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने कहा है कि उसने सरेंडर नहीं किया है और वह भारत जाना चाहता है. उसके इस बयान के बाद सारे अटकलों पर विराम लग गया है. एक टीवी चैनल से बातजीत में डॉन छोटा राजन ने कहा है कि वह सीबीआइ को सब बताएगा. डॉन छोटा राजन को भारत लाने के लिए सीबीआई की टीम शनिवार या रविवार को बाली (इंडोनेशिया) जायेगी. आपको बता दें कि ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि उसने खुद अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहीम के डर से सरेंडर किया है. उसकी गिरफ्तारी को लेकर बुधवार को कई तरह की अटकलें लगायी जा रही थी. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा इस अटकलबाजी पर हो रही थी कि राजन को इस बात का खौफ था कि दाउद इब्राहिम का सबसे करीबी साथी छोटा शकील उसकी हत्या करा देगा.
वहीं, भारतीय अधिकारी उन दस्तावेजों को तैयार करने में लगे हैं जिनकी मदद से राजन को इंडोनेशिया से भारत लाया जा सके. किसी अदालत के वारंट के आधार पर अपराधियों को सौंपने को लेकर दोनों देशों ने हाल ही में एक समझौते पर दस्तखत किए थे जिससे कागजी कार्रवाई पहले से काफी आसान हो गई है. भारत सरकार ने 21 अगस्त 2015 को एक अधिसूचना जारी की थी ताकि अपराधियों को एक-दूसरे देश को सौंपा जा सके.
कराची में रहने वाले दाउद के कभी काफी करीब रहे 55 साल के राजन की जान को गंभीर खतरा बताया जा रहा है. वह अपनी जान बचाने की खातिर दक्षिण एशिया के अलग-अलग देशों में रह रहा था.बुधवार को जब पत्रकारों ने राजन से पूछा कि क्या उसे दाउद के गिरोह सहित अन्य प्रतिद्वंद्वी गिरोहों से अपनी जान को खतरा नहीं लग रहा, इस पर उसने कहा, ‘‘मैं किसी से नहीं डरता.’ बहरहाल, उसने इन सवालों के जवाब नहीं दिए कि क्या भारत लौटने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसियों से उसने कोई समझौता किया है. राजन की जान को खतरा देखते हुए इंडोनेशिया की पुलिस ने उसे विशेष कमांडो सुरक्षा मुहैया कराई है.
यह पूछे जाने पर कि क्या राजन को अकेले पाना उनके लिए संदेहास्पद था, खासकर ऐसी स्थिति में जब प्रतिद्वंद्वी गिरोह और माफिया उसकी तलाश कर रहे हैं, इस पर बाली के पुलिस कमिश्नर रीनहार्ड नैंग्गोलन ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह काफी संदेहास्पद था. जब हमने उसे पकडा तो वह डरा हुआ था. वह लगातार धूम्रपान कर रहा था.’ बाली पुलिस के प्रवक्ता हेरी वियांतो ने कहा कि उन्हें राजन के सामने मौजूद खतरों के बारे में पता है और उसकी सुरक्षा में विशेष कमांडो लगाए गए हैं. प्रवक्ता ने पत्रकारों को बताया, ‘‘हमने यह सुनिश्चित करने के लिए सारे इंतजाम कर रखे हैं, जिससे कैदी की सुरक्षा में कोई चूक न हो. चूंकि वह एक विदेशी है, इसलिए हमने उसके लिए सुरक्षा काफी कडी कर दी है.’ राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निकल्जे है. वियांतो ने कहा कि राजन की सेहत बिल्कुल ठीक है और उसके साथ व्यवहार संबंधी कोई समस्या नहीं है.