प्रगति के लक्ष्य से जुडे हैं भारत और अफ्रीका : सुषमा स्वराज
नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा ने कहा है कि भारत और अफ्रीका शांति, प्रगति और समृद्धि के अपने साझा लक्ष्यों के जरिए एक दूसरे से जुडे हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना के आधार पर दोनों देशों के बीच सहयोग एवं साझेदारी की अपील की. तीसरे भारत-अफ्रीका मंच […]
नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा ने कहा है कि भारत और अफ्रीका शांति, प्रगति और समृद्धि के अपने साझा लक्ष्यों के जरिए एक दूसरे से जुडे हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना के आधार पर दोनों देशों के बीच सहयोग एवं साझेदारी की अपील की. तीसरे भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन में सुषमा ने कहा कि सरकार एवं राष्ट्रों के प्रमुखों का इकट्ठा होना ‘परिवार के पुनर्मिलन’ जैसा है. सुषमा ने साम्राज्यवाद, उपनिवेशवाद, नस्ली भेदभाव और रंगभेद के खिलाफ संघर्ष के साझे इतिहास की ओर भी इशारा किया. उन्होंने कहा कि एक समय पर भारत और अफ्रीका एक ही भूमि पर, भौगोलिक रूप से जुडे हुए थे और आज हम ‘विश्वभर में प्रगति, समृद्धि एवं शांति के हमारे साझा लक्ष्य के जरिए जुडे हुए हैं.’
उन्होंने कहा कि ये दोनों देश अफ्रीका में भारतीयों की 27 लाख की बडी आबादी के जरिए भी जुडे हैं, जो कि अफ्रीका के आर्थिक विकास में सक्रिय रूप से योगदान कर रही है. सुषमा ने कहा, ‘भारत हमेशा से अफ्रीका के साथ और अफ्रीका के लिए खडा रहा है. हमारा संबंध साम्राज्यवाद, उपनिवेशवाद, नस्ली भेदभाव और रंगभेद के खिलाफ हमारे साझा संघर्ष की कठिन स्थितियों में विकसित हुआ है. अब वह दौर पीछे छूट चुका है लेकिन उस साझा संघर्ष से उपजी एकता आज भी बरकरार है.’
सुषमा ने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच आधुनिक साझेदारी आर्थिक वृद्धि, विकास और सशक्तीकरण के स्तंभों पर आधारित है. यह विभिन्न- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और संपूण अफ्रीकी-स्तरों पर जुडावों का एकीकृत स्वरुप है. सुषमा ने कहा, ‘भारत-अफ्रीका विकास की दीर्घकालिक एवं बहुआयामी साझेदारी समानता, मैत्री एवं एकता के सिद्धांतों पर आधारित है. यह दक्षिण-दक्षिण सहयोग के उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है.’
उन्होंने कहा कि वे इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि यह शिखर सम्मेलन भविष्य में सहयोग के लिए एक नया अध्याय शुरू करेगा. उन्होंने कहा, ‘हम विकास के रास्ते पर दूर तक जाना चाहते हैं. हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ की वास्तविक भावना के तहत हमारे अफ्रीकी मित्रों और साझेदारों के साथ आगे बढना चाहते हैं.’