विस्फोट के बावजूद रैली करने के लिए खुर्शीद ने की मोदी की आलोचना

नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने रविवरा को पटना के गांधी मैदान के आसपास श्रृंखलाबद्ध विस्फोट होने के बावजूद रैली करने के लिए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए आज कहा कि इस तरह की घटना होने के बाद आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था. उन्होंने विस्फोट के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2013 5:27 AM

नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने रविवरा को पटना के गांधी मैदान के आसपास श्रृंखलाबद्ध विस्फोट होने के बावजूद रैली करने के लिए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए आज कहा कि इस तरह की घटना होने के बाद आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था. उन्होंने विस्फोट के कुछ घंटे बाद, बॉलीवुड की एक फिल्म के म्यूजिक लॉन्च कार्यक्रम में गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के शामिल होने का बचाव भी किया.

विस्फोट के बावजूद पटना में रैली करने के लिए मोदी की आलोचना करते हुए विदेश मंत्री ने कहा ..इस तरह की घटना होने के बाद आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था. स्क्रिप्ट नहीं बदली. क्या रैली स्थगित की गई. उन्होंने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि विस्फोट में घायल हुए लोगों की खैरियत पूछने के बजाय उन्होंने रैली की.

विदेश मंत्री ने कहा ..क्या आपको घायलों की खैरियत नही पूछनी चाहिए थी, उनकी देखभाल नही करनी चाहिए थी. क्या आपने यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या हुआ. उन्होंने अपना भाषण जारी रखा.उन्होंने कहा कि विस्फोट में मारे गए लोगों के बारे में और जो कुछ हुआ उसके बारे में भाषण में एक शब्द नही कहा गया क्योंकि यह स्क्रिप्ट में था ही नहीं. विस्फोट के कुछ घंटे बाद एक फिल्म के संगीत रिलीज समारोह में शिंदे के शामिल होने का बचाव करते हुए खुर्शीद ने कहा कि शिंदे का जीवन पटना तक सीमित नहीं है. उन्होंने कहा ..कानून व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और अगर राज्य सरकार शिंदे या गृह मंत्रालय से कोई जिम्मा लेने को कहती है तो वह फोन पर मौजूद होंगे. वंशवाद की राजनीति के मुद्दे पर कांग्रेस की मोदी द्वारा आलोचना किए जाने पर उन्होंने भाजपा नेता को आड़े हाथ लिया. मेनका और वरुण गांधी का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि जिस (गांधी) परिवार से वह चिढ़ते हैं वह भाजपा का भी हिस्सा है.

उन्होंने कहा ..भाजपा में मेनका गांधी और वरुण गांधी जैसे प्रख्यात नेता हैं. उनके लिए (मोदी के लिए) अगर आप कांग्रेस छोड़ देते हैं तो आप परिवार का हिस्सा नहीं हैं और अगर आप कांग्रेस में हैं तो आप (गांधी) परिवार का हिस्सा हैं.

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