पटना ब्लास्ट: घटना के दिन तहसीन ने उज्जैर को किये 52 कॉल
पटना :एनआइए की कस्टडी से फरार आतंकी मेहरार आलम कोकानपुरपुलिस ने फिर से गिरफ्तार कर लिया है. उल्लेखनीय है कि दरभंगा से पटना ले जाने के क्रम में मेहरार आज शौचालय का बहाना बनाकर फरार हो गया था जिसके बाद उसकी खोज के लिए टीमें बनाई गयी थी.
मेहरारबीजेपी की हुंकार रैली के दौरान हुए सीरियल ब्लास्ट का एक महत्वपूर्ण आरोपी है. उसे तीन दिन पहले दरभंगा से गिरफ्तार किया गया था. उनका नाम इम्तियाज से पूछताछ में सामने आया और गिरफ्तारी के बाद से ही एनआईए की टीम उससे पूछताछ कर रही थी.
सूत्रों के अनुसार फरारी की सूचना मिलने के बाद यूपी पुलिस और आरपीएफ ने ट्रनों में जांच जारी रखी और सूचना पर कानपुर और इटावा के बीच एक ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया. मेहर आलम धमाकों के मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर उर्फ मोनू का करीबी बताया जाता है. पुलिस और एनआई की टीम ने उसे मंगलवार को पटना बुलाया था और उसके द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर उसे लेकर मुजफ्फरपुर में छापे मारने गई थी.
एनआई के सदस्य और मेहर आलम मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के पास एक लॉज में ठहरे हुए थे, लेकिन वहां टॉयलेट जाने के बहाने वह भाग गया. एनआईए की टीम ने इस बाबत मुजफ्फरपुर में एफआईआर दर्ज कराई है.
दिल्ली हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया उज्जैर का रिश्तेदार
रांची/नयी दिल्ली : पटना में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट के मामले में पुलिस ने दिल्ली हवाई अड्डे से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है. इस घटना में छह लोगों की मौत हो गयी थी.
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों ने विस्फोट के एक संदिग्ध उजैर अहमद के रिश्तेदार मोहम्मद अफजल को हवाई अड्डे से हिरासत में ले लिया और उसे पूछताछ के लिए अपने साथ ले गयी. वह अपनी पत्नी को छोड़ने के लिए हवाईअड्डे आया था.
पटना में हुए सीरियल ब्लास्ट की जांच करने रांची आयी नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम ने बुधवार को डोरंडा के मणिटोला स्थित फिरदौस नगर रोड नंबर दो से उज्जैर अहमद को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद एनआइए के अधिकारियों ने उसे रांची के सीजेएम हिमांशु शेखर झा की अदालत में पेश किया.
इसके बाद उज्जैर को कर्नाटक सहित देश के विभिन्न स्थानों से संगठन के लिए फंड जमा करने और महत्वपूर्ण जगहों को निशाना बनाने के आरोप में तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले गये. वहां उसे पटियाला कोर्ट में पेश किया जायेगा.
फंड जमा करता था :एनआइए की टीम ने उज्जैर की यासिन भटकल के सहयोगी के रूप में पहचान की है. यासिन भटकल की टीम कर्नाटक सहित देश के विभिन्न स्थानों से संगठन के लिए फंड जमा करती थी. भारत के महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बनाती थी. इस मामले में कर्नाटक में इंडियन मुजाहिदीन के 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज (6/12) किया गया था. इसमें नामजद यासिन भटकल, तबरेज, तहसीन और शहबाग बेग सहित 11 आतंकी शामिल हैं. मामले के अनुसंधान के क्रम में ही उज्जैर का नाम आया था. इसके बाद एनआइए की टीम उसकी तलाश करने लगी थी.
दो दिनों से हो रही थी पूछताछ :पुलिस सूत्रों के अनुसार, उज्जैर अहमद लंबे समय से इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा है. एनआइए की टीम पिछले दो दिनों से उससे पूछताछ कर रही थी.
सूत्रों के अनुसार, उससे पूछताछ के दौरान एनआइए की टीम इस नतीजे पर पहुंची कि उज्जैर ही वह शख्स है, जो रांची में आइएम के लिए लड़कों को तैयार करता था. रांची के जिन युवकों के नाम आतंकी के रूप में सामने आये हैं, उनमें से अधिकतर को उज्जैर ने ही संगठन के लिए तैयार किया था. इसके अलावा उज्जैर अहमद संगठन को फाइनांस करता था. इंडियन मुजाहिदीन में दूसरे नंबर की हैसियत रखनेवाले आतंकी मो हैदर को रुपये देता था. सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगा रही हैं कि उज्जैर तक पैसा कहां से आता था.
पटना व मोतिहारी में हो चुकी है गिरफ्तारी
रांची का इम्तियाज पहले ही गिरफ्तार हो चुका था
मोतिहारी से भी रांची में रह चुके अरशद उर्फ तबिश नेयाज गिरफ्तार डोरंडा से की थी पढ़ाई
मुजफ्फरपुर निवासी कंप्यूटर संस्थान का संचालक दिल्ली से गिरफ्तार
चार और लोग हिरासत में लिये गये
रांची पुलिस व एनआइए ने चार अन्य लोगों को हिरासत में लिया है. सभी से पूछताछ की जा रही है. सोमवार और मंगलवार को जिन छह लोगों को हिरासत में लिया गया था, उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है. पुलिस के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि जिन चार युवकों को बुधवार को हिरासत में लिया गया, उनसे इम्तियाज व मो हैदर ने मोबाइल पर बात की थी. यह पता किया जा रहा है कि इम्तियाज व मो हैदर से इनकी सिर्फ जान-पहचान थी या ये भी आइएम के लिए काम करते थे.
इम्तियाज का घर सील, पूछताछ
एनआइए व पुलिस की टीम पहुंची सीठियो बस्ती
पटना ब्लास्ट के मामले में इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकी सीठियो निवासी इम्तियाज का कमरा पुलिस ने सील कर दिया है. इम्तियाज के पिता कमालुद्दीन ने बताया कि बुधवार की सुबह पुलिस अधिकारी के साथ एनआइए की टीम उनके आवास पर पहुंची थी. टीम ने कमरे की तलाशी ली. बाद में एक ताला मांगा और कमरे को सील कर दिया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक संभावना है कि जांच के दौरान इम्तियाज के कमरे से बम ब्लास्ट से जुड़े अन्य दस्तावेज मिल सकते हैं. इधर, शाम लगभग 4.30 बजे बिहार पुलिस की टीम धुर्वा थाना पहुंची. पुलिस को ब्लास्ट से जुड़े कुछ संदिग्ध लोगों के नाम मिले हैं. उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. बिहार पुलिस भी लोगों की तलाश कर रही है.
तीन लोगों से पूछताछ
नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) व पुलिस के अधिकारियों ने इम्तियाज को जाननेवाले तीन लोगों से पूछताछ की. जिन लोगों से पूछताछ की गयी, उनमें से एक युवक सीठियो, जबकि दो पोखरटोली के रहनेवाले हैं. पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों को छोड़ दिया. तीनों ने कहा कि वे इम्तियाज को जानते हैं, लेकिन इम्तियाज कहां जाता था और क्या करता था, उससे कौन-कौन लोग मिलने पहुंचते थे, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
निर्दोष है इम्तियाज: कमालुद्दीन
सीठियो निवासी इम्तियाज के पिता कमालुद्दीन अंसारी ने कहा है कि उनका बेटा निर्दोष है. इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों के साथ बेवजह उसका नाम जोड़ा रहा है. यदि इम्तियाज दोषी है, तो वे उसे सजा दिलाने में पुलिस की अवश्य मदद करेंगे. पिता ने कहा कि उनके घर में कोई संदिग्ध नहीं आता था. इम्तियाज फोन पर किन लोगों से बातें करता था, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
सीठियो का ऐनुल पटना में इलाजरत
पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर-10 पर गत रविवार को हुए विस्फोट में घायल तारीक उर्फ ऐनुल का इलाज पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में चल रहा है. वह इस मामले में अभियुक्त है और सीठियो गांव का रहनेवाला है. इस बात की सूचना पटना जीआरपी ने रांची के एसएसपी को दी है और आग्रह किया है कि उसके बारे में ऐनुल के परिजनों को जानकारी दे दें.
ऐसे आतंकी तैयार करता है आइएम
पटना ब्लास्ट के बाद रांची पुलिस और एनआइए की टीम ने इंडियन मुजाहिद्दीन (आइएम) से जुड़े दो दर्जन लोगों से पूछताछ की है. पुलिस को पक्की जानकारी मिली है कि आइएम किस तरह युवकों को आतंकी बना रहा है. धार्मिक भावना की आड़ में युवकों को भड़काने के बाद उसे बनाया जाता है.
धार्मिक भावना भड़काते हैं
पुलिस के अनुसार आइएम से जुड़े लोग धर्म का प्रचारक बन कर काम करते हैं. वे ऐसे युवक की तलाश करते हैं, जिन्हें धर्म के बारे में कम जानकारी रहती है. ऐसे युवक को नि:शुल्क धर्म की शिक्षा देने के साथ-साथ ये लोग कुछ आर्थिक मदद भी करते हैं. बाद में देश के प्रति भड़काते हैं.
हथियार चलाने का प्रशिक्षण
आइएम के संपर्क में आने के बाद युवकों को धार्मिक पुस्तकें पढ़ने के लिए दिया जाता है. साथ ही देश-दुनिया में हो रही घटनाओं के बारे में मनगढंत सूचनाएं दी जाती हैं. वीडियो फुटेज दिखा कर उन्हें भ्रमित किया जाता है. फिर हथियार चलाने और बम बनाने का प्रशिक्षण उन्हें दिया जाता है. पुलिस के अनुसार इंटरनेट की भी जानकारी दी जाती है.
मिलती है आर्थिक मदद
देश भर में आइएम के लिए काम करने वाले कई ऐसे लोग हैं, जो इस संगठन को फाइनांस करते हैं. संगठन के लिए काम करने वालों को समय-समय पर आर्थिक मदद भी करते हैं, ताकि उनकी जरूरत पूरी हो सके.
तहसीन ने ही प्लांट किए थे वाराणसी और मुंबई में बम
नई दिल्ली:हाल ही हुएपटना सीरियल बम ब्लास्ट के मास्टर माइंड तहसीन अख्तर उर्फ मोनू का हाथ वाराणसी और मुंबई में हुए धमाकों में भी है. रिमांड पर यासीन ने पुलिस को बताया है कि तहसीन अख्तर भाग कर नेपाल में जा सकता है.
यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में बैठे इंडियन मुजाहिदीन के सरगनाओं ने भारत में की जाने वाले आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी तहसीन अख्तर को दी थी.
नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान पटना में हुए सीरियल बम धमाकों के केस की जांच कर रही एनआईए की टीम को गिरफ्तार मुलजिम इम्तियाज अंसारी ने कई अहम जानकारियां दी हैं. एनआईए सूत्रों के अनुसार, इम्तियाज अंसारी ने बताया कि 7 दिसंबर 2010 को वाराणसी में हुए सीरियल बम धमाकों में बम प्लांट करने तहसीन गया था. उसने शीतला घाट पर बम प्लांट किया था. उस दौरान एक विदेशी टूरिस्ट वहां वीडियो बना रहा था.
पुलिस को उस वीडियो में एक युवक बैग लेकर घाट पर जाते हुए और खाली हाथ वापस आते हुए नजर आया था, लेकिन तब उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी थी. अगस्त में यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद तहसीन के बारे में जानकारी मिली तो एनआईए ने उस वीडियो को फिर से चेक किया था.