पटेल की विरासत के मुद्दे पर कांग्रेस ने साधा मोदी पर निशाना
नयी दिल्ली: सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच छिड़ी जुबानी जंग के बीच कांग्रेस ने आज यह कहते हुए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा कि वह साल 1947 के ‘‘दंगों के दौरान मुसलमानों की जान बचाने वाले’‘ भारत के लौह पुरुष के ठीक उलट ‘‘डिजाइनर कपड़े पहनते […]
नयी दिल्ली: सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच छिड़ी जुबानी जंग के बीच कांग्रेस ने आज यह कहते हुए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा कि वह साल 1947 के ‘‘दंगों के दौरान मुसलमानों की जान बचाने वाले’‘ भारत के लौह पुरुष के ठीक उलट ‘‘डिजाइनर कपड़े पहनते हैं और ब्रांडेड चश्मे लगाते हैं’‘.कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘सरदार – नम्रता की प्रतिमूर्ति. मोदी- मिथ्याभिमान और दंभ की प्रतिमूर्ति. सरदार – ने भारत को एक किया. मोदी – राजग एवं भाजपा और हिंदुओं एवं अल्पसंख्यकों को विभाजित करने वाले.’‘
मोदी पर अपने राजनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सरदार पटेल के नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री शशि थरुर ने कहा कि 1947 के दंगों के दौरान पटेल ने हजारों मुसलमानों की जिंदगी बचायी. थरुर ने अपने इस बयान के बहाने पर मोदी के शासनकाल में हुए 2002 के गुजरात दंगों पर भी निशाना साध दिया.
थरुर ने कहा कि यह शर्म की बात है कि आज पटेल के नाम का इस्तेमाल विभेद के लिए किया जा रहा है जबकि उन्होंने ‘‘हमारे देश की एकता को बढ़ावा देने के लिए किसी और से कहीं बढ़कर काम किया.’‘केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1947 में राष्ट्रीय राजधानी में भड़के दंगों के दौरान पटेल ने सैकड़ों मुसलमानों को लाल किले में रखा और उन्होंने उनके संरक्षण के लिए पुणे और तत्कालीन मद्रास राज्य से सेना बुलायी. उन्होंने कहा कि पटेल ने निजामुद्दीन जाकर दुआ मांगी ताकि हिंदू दंगाइयों को संदेश जा सके.