Loading election data...

शाहरुख मामला : भाजपा VS कांग्रेस

नयी दिल्ली : देश में ‘‘बढती असहिष्णुता’ पर अभिनेता शाहरुख खान के बयान पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. इस लड़ाई के बीच ‘‘बढती असहिष्णुता’ के विरोध में सम्मान लौटाने के लिए फिल्म निर्माताओं की आलोचना कर चुके, अभिनेता अनुपम खेर भी कूद पडे हैं. उन्होंने शाहरुख के बयान के ऊपर चल रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2015 12:05 PM

नयी दिल्ली : देश में ‘‘बढती असहिष्णुता’ पर अभिनेता शाहरुख खान के बयान पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. इस लड़ाई के बीच ‘‘बढती असहिष्णुता’ के विरोध में सम्मान लौटाने के लिए फिल्म निर्माताओं की आलोचना कर चुके, अभिनेता अनुपम खेर भी कूद पडे हैं. उन्होंने शाहरुख के बयान के ऊपर चल रही राजनीति पर सभी नेताओं को लताड़ा है. अनुपम खेर ने कहा कि सांसद योगी आदित्यनाथ भाजपा के दिग्विजय सिंह हैं. आपको बता दें कि कल योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हाफिज सईद और शाहरुख खान की भाषा में कोई अंतर नहीं है.वहीं, बाबा रामदेव ने भी कल शाहरुख खान की तीखी आलोचना की है.

इधर, अभिनेता शाहरुख खान के खिलाफ भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं की विवादित टिप्पणियों के संदर्भ में पार्टी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ और कैलाश विजयवर्गीय को सत्तारुढ पार्टी के ‘‘सहिष्णुता के नए प्रतीक” करार दिया. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर कहा ‘‘योगी आदित्यनाथ शाहरुख की तुलना हाफिज सईद से करते हैं, गोडसे को शहीद बताते हैं. भाजपा के सहिष्णुता के नए प्रतीक आदित्यनाथ, कैलाश विजयवर्गीय हैं.” कुछ ऐसे ही विचार जाहिर करते हुए पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने ‘‘बढती असहिष्णुता” पर एक टीवी साक्षात्कार में भाजपा नेताओं की शाहरुख पर टिप्पणी के लिए आलोचना की.

इसके अलावा उन्होंने एक ट्वीट में कहा ‘‘कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं और उन्होंने शाहरुख को ‘गद्दार’ कहा. क्या मोदी और अमित शाह उनके विचार से सहमत हैं. क्या वे उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे?” उन्होंने आगे कहा ‘‘अरुण जेटली जी, आप कैलाश विजयवर्गीय के बयान को कैसे परिभाषित करेंगे। सहिष्णुता का या असहिष्णुता का बयान ?” कांग्रेस के संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि विजयवर्गीय की टिप्पणी की कडे शब्दों में निंदा की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा ‘‘जो भी सरकार के साथ है वह सही है और देश का नागरिक है. लेकिन जो इसके साथ नहीं है उसे निशाना बनाया जा रहा है.” यह बात उन्होंने शाहरुख पर विजयवर्गीय की इस टिप्पणी के संदर्भ में कही कि शाहरुख भारत में रहते हैं लेकिन उनका मन पाकिस्तान में रहता है. मध्यप्रदेश के विधायक ने हालांकि बाद में यह कहते हुए अपने विवादित ट्वीट वापस ले लिये कि अगर भारत में असहिष्णुता होती तो अमिताभ बच्चन के बाद शाहरुख सर्वाधिक लोकप्रिय अभिनेता नहीं होते. कांग्रेस के संवाददाता सम्मेलन में शर्मा ने कहा कि बडी संख्या में हिंदू आरएसएस की नीतियों में विश्वास नहीं करते और उसे यह दावा करना बंद कर देना चाहिए कि वह पूरे समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है.

विवादित भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख की तुलना पाकिस्तानी आंतकवादी और मुंबई में 26/11 के हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से की जिसकी व्यापक आलोचना की गई. आदित्य ने आरोप लगाया कि शाहरुख और सईद आतंकवाद की एक समान भाषा बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें उनकी भाषा में कोई अंतर नजर नहीं आया. बाद में भाजपा ने हिंदुत्व नेता आदित्यनाथ की विवादित टिप्पणियों को दृढतापूर्वक खारिज कर दिया अैर इसे अवांछित बताया. पार्टी ने कहा कि ये टिप्पणियां न तो पार्टी की हैं और ना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रुख जाहिर करती हैं.

गौरतलब है कि शाहरुख के एक टीवी चैनल में अपने विचार रखने के बाद भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ साध्‍वी प्राची भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित कई लोगों ने उनपर तीखी प्रति क्रिया देते हुए उन्हें पाकिस्तानी एजेंट सहित कई संज्ञाओं से नवाज दिया है.

Next Article

Exit mobile version