मुंबई : भाजपा के कुछ वर्गों द्वारा निशाने पर लिये जाने के बीच बालीवुड अभिनेता को आज सत्तारुढ गठबंधन में शामिल शिवसेना का समर्थन मिला जिसने कहा कि अभिनेता को महज इसलिए नहीं निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि वह एक मुस्लिम हैं तथा भारत में अल्पसंख्यक समुदाय ‘सहिष्णु’ है.
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा, ‘यह देश सहिष्णु है तथा मुस्लिम भी सहिष्णु हैं. शाहरुख को महज इसलिए निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि वह एक मुस्लिम है.’ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने उस समय एक विवाद छेड दिया था जब उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि शाहरुख भले ही भारत में रहते हो लेकिन उनकी ‘आत्मा’ पाकिस्तान में है. उनकी इस टिप्पणी से एक दिन पहले 50 साल के अभिनेता ने कहा था कि देश में असहिष्णुता बहुत अधिक है.
भाजपा के विवादास्पद सांसद योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख खान की तुलना पाकिस्तानी आतंकवादी और मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य षड्यंत्रकर्ता हाफिज सईद से कर दी और उन्हें यह भी सलाह दे दी कि वह पाकिस्तान चले जाएं. विजयवर्गीय को आडे हाथ लेते हुए राउत ने कहा कि भाजपा महासचिव को सहिष्णुता की बहस में पाकिस्तान को नहीं लाना चाहिए तथा यह भारत का अंदरुनी मामला है.
राउत ने कहा कि शाहरुख खान सुपरस्टार केवल इसीलिए हैं क्योंकि भारत सहिष्णु है और उन पर धर्म के आधार पर विचार नहीं किया जाता. बहरहाल उन्होंने यह भी कहा कि शाहरुख इस मुद्दे पर काफी देर से बोले. शिवसेना नेता ने कहा, ‘पहली बात तो शाहरुख खान को सहिष्णुता की बहस में पडना ही नहीं चाहिए था और दूसरी बात की अपने पुरस्कार लौटाने वाले लगों में मुस्लिमों की संख्या लगभग नगण्य है. साथ ही शाहरुख इस मुद्दे पर बहुत देर से बोले.’
इस बीच, शाहरुख को लेकर अपनी टिप्पणी के कारण आलोचनाओं में घिरे विजयवर्गीय ने अपने विवादास्पद ट्वीट वापस ले लिये. बहराहल, उन्होंने यह भी दावा कि यदि भारत असहिष्णु होता तो शाहरुख अमिताभ बच्चन के बाद कभी सर्वाधिक लोकप्रिय अभिनेता नहीं बनते.