सरकार की कड़ी आपत्ति के बाद भी मूडीज अपनी रिपोर्ट पर कायम

नयी दिल्ली : मूडीज एनालिटिक्स अपनी उस रिपोर्ट पर कायम है जिसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी पार्टी भाजपा के सदस्‍यों को काबू में रखने को कहा अन्यथा उनकी वैश्विक विश्वसनीयता को नुकसान पहुंच सकता है. सरकार ने कल मूडीज की इस रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति जताई थी जिसके बाद आज मूडीज ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2015 5:22 PM

नयी दिल्ली : मूडीज एनालिटिक्स अपनी उस रिपोर्ट पर कायम है जिसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी पार्टी भाजपा के सदस्‍यों को काबू में रखने को कहा अन्यथा उनकी वैश्विक विश्वसनीयता को नुकसान पहुंच सकता है.

सरकार ने कल मूडीज की इस रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति जताई थी जिसके बाद आज मूडीज ने कहा कि यह रिपोर्ट ‘आर्थिक परिदृश्य श्रृंखला’ का हिस्सा है. मूडीज एनालिटिक्स के एक प्रवक्ता ने ई-मेल के जरिये भेजे बयान में कहा कि यह रिपोर्ट मूडीज एनालिटिक्स द्वारा प्रकाशित की गई. यह आर्थिक परिदृश्य श्रृंखला के तहत उसके ही विचार हैं.

प्रवक्ता ने कहा कि रिपोर्ट के एक हिस्से में राजनीतिक घटनाक्रमों का उनके संभावित आर्थिक प्रभाव को लेकर विश्लेषण किया गया है. यह किसी राजनीतिक एजेंडा या धारणा को आगे नहीं बढाता. सरकार ने कल बयान जारी कर मूडीज एनालिटिक्स की शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि यह एक कनिष्ठ विश्लेषक के निजी विचार है.
कडे शब्‍दों में जारी बयान में सरकार ने आगे कहा कि यह हैरानी की बात है कि भारतीय मीडिया डाटा और विश्लेषण फर्म मूडीज एनालिटिक्स तथा रेटिंग सेवाएं प्रदान करने वाली मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज के बीच भेद नहीं कर पाया. मूडीज एनालिटिक्स ने कहा कि यह आर्थिक शोध एवं विश्लेषण प्रदान करती है तथा मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज से अलग है.

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