बिहार की जीत से गैर-भाजपा दलों को आएगा खुद में भरोसा: चिदंबरम

नयी दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि बिहार में भाजपा की हार के बाद गैर भाजपा दलों को इस बात पर और भरोसा होगा कि भाजपा को हराया जा सकता है. चिदंबरम ने कहा कि विपक्ष को अब महसूस होगा कि अपने विशाल संसाधनों के बावजूद ‘भाजपा अजेय’ नहीं है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2015 2:19 PM

नयी दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि बिहार में भाजपा की हार के बाद गैर भाजपा दलों को इस बात पर और भरोसा होगा कि भाजपा को हराया जा सकता है. चिदंबरम ने कहा कि विपक्ष को अब महसूस होगा कि अपने विशाल संसाधनों के बावजूद ‘भाजपा अजेय’ नहीं है.

बिहार के चुनाव नतीजे को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए चिदंबरम ने कहा कि इस नतीजे का देश की राजनीतिक पर क्या असर होगा, उसके बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी लेकिन साफ है कि गैर भाजपा दल खुद में ज्यादा विश्वास महसूस करने लगेंगे कि ‘विशाल’ संसाधन खासकर वित्तीय संसाधनों से लैस होने के बावजूद भाजपा को हराया जा सकता है.

उन्होंने कहा, ‘मुझे बिहार चुनाव में भाजपा द्वारा खर्च किए गए संसाधनों की जानकारी है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ तीसरे मोर्चे को लामबंद करने वाली ताकत होंगे, चिदंबरम ने कहा कि वह अटकल नहीं लगा सकते और नीतीश क्या करेंगे, उसके बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी.

चिदंबरम से जब पूछा गया कि क्या नीतीश राष्ट्रीय राजनीति में आना चाहेंगे या बिहार पर ही ध्यान देंगे तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी और ‘मुझे लगता है कि नीतीश ने खुद कुछ सबक सीखे हैं. वह विकास के एजेंडे पर काम करने में खुश होंगे. वह मुझे हमेशा एक शांत और विवेकी इंसान लगे हैं.’

बिहार चुनाव के नतीजे के आगामी शीतकालीन सत्र पर संभावित असर के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि जिम्मेदारी सरकार पर है और प्रधानमंत्री के पास ‘चीजें ठीक करने’ एवं विपक्ष से संपर्क करने के लिए अब भी समय है.

चिदंबरम ने कहा कि अगर लोकसभा में विपक्षी दलों के प्रति सरकार के रवैये में बदलाव आता है तो इसका राज्यसभा में भी असर पड सकता है. उन्होंने कहा कि साथ ही अगर वे विपक्ष की आलोचना करते रहे और असहिष्णुता के विरोध को ‘गढा हुआ’ बताते रहे तो सरकार के लिए चीजें कठिन बनी रहेंगी जिसके लिए वह खुद जिम्मेदार होगी.

कांग्रेस नेता ने कहा कि इस टिप्पणी से कि महागठबंधन के चुनाव जीतने पर पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे, ‘निरंकुश एवं मनमाने’ रवैये का पता चलता है. चिदंबरम ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर कुछ मंत्रियों की भाषा को भी अस्वीकार्र्य बताया.

उन्होंने कहा जीएसटी के प्रति भाजपा का विरोध ‘तर्कहीन, नासमझी भरा और मनमाना’ था जबकि कांग्रेस का विरोध खास आपत्तियों पर आधारित है. चिदंबरम ने साथ ही आरोप लगाया कि केंद्र सरकार और उसका नेतृत्व करने वाली पार्टी, भाजपा का समर्थन करने वाली ताकतों एवं संरचनाओं ने असहिष्णुता को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है.

कांग्रेस में राहुल गांधी की संभावित पदोन्नति के बारे में पूछे जाने पर चिदंबरम ने कहा कि जब सोनिया गांधी पद छोडने का फैसला करेंगी तो साफ तौर पर वह पद संभालेंगे और इसे लेकर पार्टी में भ्रम की कोई स्थिति नहीं है. उन्होंने साथ ही बिहार में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन के निर्माण में कांग्रेस उपाध्यक्ष की भूमिका की भी सराहना की.

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