मोदी के ओबीसी कार्ड का जवाब जाट आरक्षण!

नयी दिल्लीः जब से भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस अपने वोट बैंक को लेकर काफी चिंतित है. नरेंद्र मोदी पिछड़ी जाति से हैं कांग्रेस को डर है कि कहीं ओबीसी वोट उनके हाथ से ना निकल जाये. भाजपा के ओबीसी कार्ड से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने जाट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2013 3:15 PM

नयी दिल्लीः जब से भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस अपने वोट बैंक को लेकर काफी चिंतित है. नरेंद्र मोदी पिछड़ी जाति से हैं कांग्रेस को डर है कि कहीं ओबीसी वोट उनके हाथ से ना निकल जाये.

भाजपा के ओबीसी कार्ड से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने जाट आरक्षण का दांव खेलने का फैसला लिया है.यूपीए सरकार केंद्र की नौकरियों में ओबीसी कोटे में जाटों को भी शामिल करने जा रही है. सूत्रों के अनुसार इसमें कुछ तकनीकी पेंच है लेकिन सरकार ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है. सरकार के विशेष सूत्रों का कहना है कि सरकार कब से इस मामले पर विचार कर रही थी इसके लिए मंत्रियों का समूह बनाया गया है.

कांग्रेस नरेंद्र मोदी की अनदेखी नहीं कर सकती, सरकार को डर है कि उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों का ओबीसी वोट भाजपा काट सकती है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्स्प्रेस को कांग्रेस के एक नेता ने बताया ‘अगर धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण हुआ तो कहना मुश्किल है कि ओबीसी अपने क्षत्रपों के साथ टिकेंगे, जबकि मुस्लिम वोटों का बंटवारा कांग्रेस व क्षेत्रीय पार्टियों के बीच होगा.ऐसे में हमें वैसी रणनीति बनानी पड़ेगी, जिससे बड़े समूह पार्टी के साथ जुड़ें.’

भाजपा अब तक नरेंद्र मोदी के ओबीसी होने पर पूरी तरह आक्रमक रूप से मैदान में नहीं उतरी है. पर उम्मीद जतायी जा रही है कि भाजपा समय के साथ अपनी रणनीति में बदलाव करेगी. कांग्रेस को इसका अनुमान है कि भाजपा मोदी के ओबीसी होने का फायदा उठा सकती है इसलिए कांग्रेस भी जाट आरक्षण की तैयारियों में जुट गयी है.

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