जीएनएलए उग्रवादियों ने सात की हत्या की, गोलपाड़ा सीमा पर कर्फ्यू
गुआलपाड़ा : दिवाली के मौके पर असम के गुआलपाड़ा जिले में एक सुदूरवर्ती गांव में जुआ खेल रहे सात लोगों को भारी हथियारों से लैस और सेना की वर्दी पहने संदिग्ध गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) के उग्रवादियों ने गोलियों से भून दिया. इस घटना के बाद गुआलपाड़ा जिले में असम मेघालय सीमा के आसपास […]
गुआलपाड़ा : दिवाली के मौके पर असम के गुआलपाड़ा जिले में एक सुदूरवर्ती गांव में जुआ खेल रहे सात लोगों को भारी हथियारों से लैस और सेना की वर्दी पहने संदिग्ध गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) के उग्रवादियों ने गोलियों से भून दिया.
इस घटना के बाद गुआलपाड़ा जिले में असम मेघालय सीमा के आसपास निश्चितकालीन रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि उग्रवादियों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी.
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने पुलिस को संदिग्ध गारो नेशनल लिब्रेशन आर्मी (जीएनएलए) के उग्रवादियों को गिरफ्तार करने का आज निर्देश दिया और जरुरत पड़ने पर सेना की सहायता लेने को कहा.
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि लंदन गये गोगोई स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और पुलिस महानिदेशक जे एन चौधरी को दोषियों को यथाशीघ्र गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. साथ ही स्थिति को नियंत्रित करने के लिये जरुरत पड़ने पर सेना की सहायता लेने को कहा.
मुख्यमंत्री ने मंत्री हेमन्त विश्व शर्मा, आर हुसैन, नीलमणि सेन डेका तथा आरएल पेगु से घटनास्थल का दौरा करने को कहा.
गोगोई ने मामले को मेघालय सरकार के साथ भी उठाया और उग्रवादियों को पकड़ने के लिये सहायता की मांग की. साथ ही यह भी अनुरोध किया कि चरमपंथी संगठन राभा हसोंग स्वायत्त परिषद के चुनाव के दौरान बाधा उत्पन्न नहीं करे. ये चुनाव 13 और 25 नवंबर को होने हैं.
गोगोई ने मुख्य सचिव जितेश खोसला तथा डीजीपी से मामले को मेघालय के अपने समकक्षों के समक्ष उठाने को कहा. उन्होंने गुआलपाड़ा के उपायुक्त प्रीतम सैकिया को घायलों को स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित करने करने का निर्देश दिया.
असम के गुआलपाड़ा जिले के गेंदामारी गांव में दिवाली के मौके पर जुआ खेलने वाले समूह पर मेघालय के उग्रवादी समूह गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी के संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा कल की गई गोलीबारी में छह लोग मारे गये थे.
एक अन्य व्यक्ति की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गयी थी जबकि 10 अन्य गंभीर रुप से जख्मी हो गये थे. जीएनएलए अलग राज्य के लिये 2009 से संघर्षरत है. सरकार ने मृतकों के परिजन को छह–छह लाख रपये अनुग्रह राशि और घायलों को मुफ्त इलाज देने की घोषणा की है.