पुलिस की सलाह पर राजन के मामले सीबीआई को सौंपे गये : फडणवीस

मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा कि माफिया सरगना छोटा राजन के खिलाफ सभी मामलों को सीबीआई को सौंपने का फैसला मुंबई पुलिस की सलाह पर किया गया है और इन दावों को खारिज कर दिया कि ऐसा मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों और प्रतिद्वंद्वी माफिया सरगना दाउद इब्राहीम के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2015 9:18 PM

मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा कि माफिया सरगना छोटा राजन के खिलाफ सभी मामलों को सीबीआई को सौंपने का फैसला मुंबई पुलिस की सलाह पर किया गया है और इन दावों को खारिज कर दिया कि ऐसा मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों और प्रतिद्वंद्वी माफिया सरगना दाउद इब्राहीम के बीच साठगांठ होने के राजन के आरोपों के मद्देनजर किया गया.

फडणवीस ने कहा, ‘‘फैसले की घोषणा से पहले मैंने मुंबई पुलिस आयुक्त जावेद अहमद समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई थी. सबकी यह राय थी कि मामले को सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए.” राज्य सरकार ने इससे पहले राजन को भारत लाए जाने से एक दिन पहले उसके खिलाफ मामलों को सीबीआई को सौंपने की अचानक घोषणा की थी. 55 वर्षीय माफिया सरगना को इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तार किया गया था. राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निखालजे है.

फडणवीस ने कहा, ‘‘गैंगस्टरों की बात को हम महत्व नहीं देते. हमारे फैसले और उसके बयान में कोई संबंध नहीं है. अगर हमने दाउद को पकडा होता तो वह राजन और मुंबई पुलिस के बारे में कुछ कहता.” फडणवीस से पूछा गया था कि क्या यह फैसला राजन के उस आरोप के मद्देनजर किया गया जिसमें आरोप लगाया गया था कि मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारी दाउद इब्राहीम के पेरॉल पर काम कर रहे हैं. फडणवीस ने कहा कि इस कदम से पुलिस अधिकारियों के नाराज होने का सवाल नहीं उठता क्योंकि फैसला सरकार ओर पुलिस अधिकारियों के बीच संयुक्त बैठक में किया गया. फडणवीस के पास खुद ही गृह विभाग है.

उन्होंने कहा कि पुलिस मुंबई में दर्ज मामलों पर राजन से सूचना हासिल करने में सीबीआई की मदद करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उसे महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय अधिकारियों को सौंपे गए दस्तावेजों के आधार पर वापस लाया गया. हमारे पास दो विकल्प था.

उसे मुंबई लाएं और सीबीआई जांच में हमारी मदद करे या उसे दिल्ली में रखें और पुलिस सीबीआई की मदद करे. हमने दूसरा विकल्प चुना क्योंकि हमने सोचा कि सीबीआई को इस तरह के मामलों से निपटने में विशेषज्ञता हासिल है.” उन्होंने कहा कि राजन को मुंबई शीघ्र लाने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि केंद्र की सलाह के अनुसार सरकार ने राजन को यहां लाये जाने की स्थिति में उसे रखने के लिए जरुरी व्यवस्था की है.

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