नयी दिल्ली : बांग्लादेश ने आज उल्फा नेता अनूप चेतिया को भारत को सौंप दिया. चेतिया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के सक्रिय रुप से जुडने के चलते भारत को सौंपा गया है. वह वर्ष 1997 में बांग्लादेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही वहां था. उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चेतिया को आज सुबह सौंपा गया.
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब 27 साल से फरार अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को पहले ही भारत लाया जा चुका है. उल्फा का संस्थापक सदस्य और इसका महासचिव चेतिया भारत में हत्या, अपहरण और वसूली के मामलों में वांछित था.
बांग्लादेश पुलिस ने उसे 1997 में गिरफ्तार किया था. उसने तीन बार- 2005, 2008 और 2011 में बांग्लादेश में राजनीतिक शरण मांगी. उसे वहां की दो अदालतों ने देश में घुसपैठ करने, फर्जी पासपोर्ट रखने और अवैध रुप से विदेशी मुद्रा रखने के मामलों में सात साल कैद की सजा सुनाई. सजा की अवधि खत्म होने के बावजूद उसे 2003 में आए बांग्लादेश के हाईकोर्ट के आदेश के तहत जेल में रखा गया. आदेश में कहा गया था कि शरण मांगने की उसकी अर्जी पर फैसला होने तक उसे सुरक्षित हिरासत में रखा जाए.