एक बार फिर गोलबंद हुए दिग्गज नेता, सिन्हा ने आडवाणी और जोशी से मुलाकात
नयी दिल्ली : बिहार चुनाव में हार को लेकर भाजपा के भीतर चल रही खींचतान के बीच उन दिग्गज नेताओं ने आज आपस में चर्चा की, जिन्होंने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंका है. यशवंत सिन्हा ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से अलग अलग मुलाकात की, जबकि शांता तुमार ने उन […]
नयी दिल्ली : बिहार चुनाव में हार को लेकर भाजपा के भीतर चल रही खींचतान के बीच उन दिग्गज नेताओं ने आज आपस में चर्चा की, जिन्होंने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंका है.
यशवंत सिन्हा ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से अलग अलग मुलाकात की, जबकि शांता तुमार ने उन तक पहुंचने के पार्टी के प्रयासों का स्वागत करते हुए कहा कि ‘बातचीत जारी रहनी चाहिए. ‘ पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा ने दोनों दिग्गज नेताओं के साथ अपनी मुलाकात का ब्यौरा देने से इंकार किया.उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास इसके सिवाय कहने के लिए कुछ नहीं है कि मैंने जोशीजी और आडवाणीजी से मुलाकात की है.” कुमार ने कहा कि वह दिग्गज नेताओं तक पहुंचने के पार्टी के प्रयासों का स्वागत करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी की प्रतिक्रिया अच्छी, सकारात्मक है. हमारे नेताओं ने मुलाकात की है. अरुण जेटली ने आडवाणी और जोशी जी से मुलाकात की है. बातचीत शुरु हुई है और इसे जारी रहना चाहिए. मैं संतुष्ट हूं.” पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एम वेंकैया नायडू और नितिन गडकरी ने आज कहा कि पार्टी इन दिग्गज नेताओं की सुनेगी. पता चला है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इन दिग्गजों के साथ बातचीत की जरुरत पर जोर दिया है. आडवाणी, जोशी, कुमार और सिन्हा ने बिहार चुनाव में हार को लेकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोडी पर निशाना साधते हुए एक सख्त बयान जारी किया था.
उधर, बिहार में चुनावी पराजय के बाद भाजपा में असंतोष आज भी नहीं थमा. पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने पार्टी की रणनीति में खामी होने की बात कही जबकि असंतुष्ट सांसद आर के सिंह ने पार्टी के दिग्गज नेताओं की जवाबदेही तय करने की मांग का समर्थन किया.