नयी दिल्ली : बिहार चुनाव में मिली हार के बाद से भाजपा के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आंतरिक विद्रोह थमता नहीं दिख रहा हैं.भाजपा के वरिष्ठनेताओंकीओर से पीएम मोदी की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठाये जा रहे हैं. फिलहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय ब्रिटेनके दौरे पर हैंऔर इस बीच उनकेसाथी पार्टी के भीतर जारी कलह को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं.
बीते करीब 18 माह से केंद्र की सत्ता संभाल रहे नरेंद्र मोदी के खिलाफ पार्टी में विद्रोह की स्थितिबनी है. पीएम मोदी के नेतृत्व पर खुलेआम सवाल उठाये जा रहे हैं. सूत्रों की माने तो नरेंद्र मोदी के खिलाफ एनडीए के कुछ मंत्री भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर किये जा रहेइसविरोध में शामिल हो गये हैं. दिल्लीकेबाद बिहार में मिली करारी हार को लेकर भाजपा के भीतर नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह की कार्यशैली पर सवाल उठाये जा रहे हैं. गौर हो कि बीते मंगलवार को भाजपा के चार शीर्ष नेताओं ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम मोदी ने सत्ता का केंद्रीयकरण कर लिया है. इन्होंने आरोप लगाया, मोदी और शाह की जोड़ी पार्टी के अन्य दूसरे नेताओं को तवज्जों नहीं दे रहे हैं.
ऐसे में साफ है कि बिहार चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही भाजपा के भीतर सब कुछ ठीक नही चल रहा हैं. केंद्र में सत्ता संभालने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व क्षमता को लेकर चौतरफा सवाल किये जा रहे हैं. हालांकि यह वक्त ही बतायेगा कि भाजपा के भीतर उपजे इस कलह का परिणाम क्या निकलेगा.