नयी दिल्ली : भाजपा ने बीती रात यह स्पष्ट किया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मध्य प्रदेश के अपने संबोधन में कही भी यह नहीं कहा कि राजनेताओं को 60 वर्ष की आयु के बाद राजनीति छोड देनी चाहिए। पार्टी ने कहा कि उनके बयान को मीडिया द्वारा तोड-मरोड कर और संदर्भ से अलग पेश किया गया. पार्टी को एक रिपोर्ट पर स्पष्टीकरण देना पडा जिसके मुताबिक शाह ने चित्रकूट में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के राजनेताओं को राजनीति छोड देनी चाहिए.
भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है ‘‘जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख के व्यक्तित्व, कार्य और दर्शन पर शाह के बयान को मीडिया द्वारा तोड-मरोड कर और संदर्भ से अलग पेश किया गया.’ इसमें कहा गया है कि शाह ने कभी यह नहीं कहा कि हर किसी को 60 वर्ष की आयु के बाद राजनीति छोड देनी चाहिए. इस बयान में साथ ही कहा गया है ‘‘शाह के बयान को गलत संदर्भ में पेश किया जाना ना सिर्फ अनुचित है बल्कि तथ्यात्मक रुप से भी गलत है.’
आपको बता दें कल मीडिया में खबरें चलीं कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने परोक्ष रुप से कुछ नेताओं को नसीहत दी है. शाह की नसीहत के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी भी सक्रिय राजनीति में रहने लायक नहीं हैं. चित्रकूट में सद्गुरु आई हॉस्पिटल का शिलान्यास करते हुए शाह ने नानाजी देशमुख की नजीर रखी. इस कार्यक्रम में उन्होंने 60 साल के बाद राजनीति न करने की बात कही और कहा की उन्हें समाजसेवा करनी चाहिए.