शिक्षा को बच्चों पर केंद्रित होना चाहिए : कपिल सिब्बल

नयी दिल्ली: शिक्षा प्रणाली में सुधार की वकालत करते हुए दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने आज कहा कि सुधार बच्चों पर केंद्रित होना चाहिए ताकि बच्चे अपने सपनों एवं आकांक्षाओं को पूरा कर सकें. मंगल पर भारत के मिशन का जिक्र करते हुए सिब्बल ने कहा, ‘‘जब हम मंगल ग्रह पर उपग्रह भेजने की बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2013 4:20 PM

नयी दिल्ली: शिक्षा प्रणाली में सुधार की वकालत करते हुए दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने आज कहा कि सुधार बच्चों पर केंद्रित होना चाहिए ताकि बच्चे अपने सपनों एवं आकांक्षाओं को पूरा कर सकें.

मंगल पर भारत के मिशन का जिक्र करते हुए सिब्बल ने कहा, ‘‘जब हम मंगल ग्रह पर उपग्रह भेजने की बात करते हैं तो हमारे देश में 22 करोड़ उपग्रह हैं, हमारे बच्चे और हर उपग्रह की अपनी राह है. हमें उनका कक्ष ढूंढने और उन्हें चमकने में सहयोग करना चाहिए.’’ सिब्बल के पास पहले मानव संसाधन और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय थे.

सीआईआई के दो दिवसीय वैश्विक विश्वविद्यालय..उद्योग कांग्रेस के अवसर पर मंत्री ने कहा कि शिक्षा बच्चों पर केंद्रित होनी चाहिए न कि पाठ्यक्रम पर. इसका प्रयास बच्चों में प्रतिभा को निखारना होना चाहिए.

उन्होंने शिक्षा में सुधार के लिए दस वर्षीय मार्गदर्शक दृष्टिपत्र का भी सुझाव दिया ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि भारत शिक्षा में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो सके.

शिक्षा की दयनीय स्थिति पर टिप्पणी करते हुए सिब्बल ने कहा कि दुर्भाग्य है कि जब उपग्रह (मंगल मिशन) को निर्देशित किया जा रहा है तो ‘‘एआईसीटीई, इंजीनियरिंग संस्थानों के तहत कई संस्थान भारत में बंद हो रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘गुणवत्ता की कमी के कारण वे बंद हो रहे हैं और विद्यार्थियों में इस तरह की भावना है कि इन संस्थानों में ढांचागत सुविधाओं एवं अन्य चीजों की कमी है.’’

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