रुसी युवती पर तेजाब हमले के मामले में केंद्र ने अखिलेश सरकार से मांगी रिपोर्ट
नयी दिल्ली : वाराणसी में एक रुसी युवती पर तेजाब हमले की घटना पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की है. सुषमा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैंने वाराणसी में एक रुसी युवती पर तेजाब हमले की खबर जैसे ही सुनी, मैंने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी.” केंद्रीय […]
नयी दिल्ली : वाराणसी में एक रुसी युवती पर तेजाब हमले की घटना पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की है. सुषमा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैंने वाराणसी में एक रुसी युवती पर तेजाब हमले की खबर जैसे ही सुनी, मैंने उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी.”
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. वाराणसी के नंद नगर इलाके में 13 नवंबर को एक स्थानीय युवक ने 23 साल की एक रुसी नागरिक पर तेजाब हमला किया जिससे पीडिता 46 फीसदी झुलस गई. वाराणसी में शुरुआती इलाज के बाद पीडिता को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसकी हालत स्थिर है. उसके पास रुस एवं बल्गेरिया की दोहरी नागरिकता है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि वाराणसी स्थित अपने किराए के घर में रहने के दौरान पीडिता मकान मालिक के बेटे सिद्धार्थ श्रीवास्तव के करीब आई. सिद्धार्थ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में संगीत का छात्र है. वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आकाश कुलहरि ने बताया था, ‘‘सिद्धार्थ युवती के रुस लौटने के फैसले से नाखुश था. इस मुद्दे पर दोनों का झगडा भी हुआ था, जिसके बाद सिद्धार्थ ने उस पर तेजाब फेंक दिया.” सिद्धार्थ की मां ने पीडिता की चीखें सुनी और उसे अस्पताल लेकर गई. कुलहरि ने बताया कि अपराध को अंजाम देने के बाद भागकर इलाहाबाद जा चुके सिद्धार्थ को अगले ही दिन उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया जब वह पीडिता को देखने के लिए अस्पताल आया था.
अपनी हरकत से शर्मिंदा सिद्धार्थ ने पुलिस की ओर से बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘‘मुझे अपनी हरकत पर शर्म आ रही है. मुझे नहीं पता कि अब मैं अपनी जिंदगी में कभी उससे मिल भी पाउंगा कि नहीं.” पीडिता को कल दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. वाराणसी के जिलाधिकारी राजमणि यादव ने बताया कि पीडिता की हालत स्थिर बताई जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीडिता के इलाज के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपए देने का फैसला किया है.