मलाला की हत्या का फरमान जारी करने वाला बना तालिबान का नया प्रमुख

इस्लामाबाद : मलाला यूसुफजई की हत्या का फरमान जारी करने वाले और स्वात घाटी में समानांतर सत्ता का संचालन कर चुके मुल्ला फजलुल्ला को पाकिस्तानी तालिबान ने अपना नया प्रमुख बनाया है. वह अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए हकीमुल्ला महसूद का स्थान लेगा.तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘फजलुल्ला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2013 9:07 PM

इस्लामाबाद : मलाला यूसुफजई की हत्या का फरमान जारी करने वाले और स्वात घाटी में समानांतर सत्ता का संचालन कर चुके मुल्ला फजलुल्ला को पाकिस्तानी तालिबान ने अपना नया प्रमुख बनाया है. वह अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए हकीमुल्ला महसूद का स्थान लेगा.तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘फजलुल्ला को नया प्रमुख चुना गया है.’’टीटीपी ने महसूद के मारे जाने के एक सप्ताह बाद फजलुल्ला के नाम ऐलान किया. बीते एक नवंबर को उत्तरी वजीरिस्तान में किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में महसूद मारा गया था.

पाकिस्तान में सुरक्षा मामले के जानकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) तलत मसूद ने पीटीआई से कहा, ‘‘टीटीपी के प्रमुख के तौर पर फजलुल्ला के चयन से यह साफ होता है कि अति कट्टरपंथी तत्वों ने इस संगठनों को अपने कब्जे में ले लिया है. वह एक बर्बर शख्स है और उसने पाकिस्तानियों के साथ शैतानियत को अंजाम दिया है और इस देश के बारे में इसका खौफनाक इरादा है. स्वात में उसके साथ हमारा अनुभव बहुत दर्दनाक रहा है.’’ यह पूछे जाने पर कि इस नए घटनाक्रम का तालिबान के साथ प्रस्तावित शांति वार्ता पर क्या असर होगा तो उन्होंने कहा, ‘‘अगर बातचीत को लेकर कोई शक था, तो वो भी इस चयन के साथ खत्म हो गया है.’’ फजलुल्ला को ‘मुल्ला रेडियो’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि वह एक अवैध एफएम स्टेशन पर आक्रामक संदेश देता है.

साल 2009 की शुरुआत में स्वात घाटी में पाकिस्तानी सेना के अभियान से पहले तक फजलुल्ला की समानांतर सरकार चलती थी. पाकिस्तानी सेना के अभियान के बाद फजलुल्ला अपने सैकड़ों लड़ाकों के साथ अफगानिस्तान भाग गया. अफगानिस्तान से ही उसने मलाला की हत्या का फरमान जारी किया था. तालिबान के हमले में मलाला घायल हो गई थीं और उन्हें उपचार के लिए ब्रिटेन ले जाना पड़ा था. फजलुल्ला सबसे पहले तहरीक-ए-निफाज-ए-शरिया-ए-मोहम्मदी के नेता के तौर पर सुर्खियों में आया. बाद में वह स्वात घाटी में तालिबान का प्रमुख बना. स्वात घाटी इस्लामाबाद से 160 किलोमीटर दूर है.

स्वात में 2007-09 के दौरान उसने कई लोगों की हत्या का आदेश दिया था. वह अक्सर रेडियो के जरिए फतवा या किसी व्यक्ति को फांसी देने का हुक्म सुनाता था. तालिबान की शूरा (परिषद) ने शुरु में खान सैयद उर्फ सजना को नया प्रमुख बनाने पर सहमति जताई थी, लेकिन नूरिस्तान से ताल्लुक रखने वाले कमांडरों के विरोध के बाद इस फैसले को स्थगित कर दिया गया. फजलुल्ला के नाम पर सहमति बनने से पहले तालिबान ने शहरयार महसूद और असमतुल्ला शाहीन को संगठन का कार्यवाहक प्रमुख बनाया था.

Next Article

Exit mobile version