गुजरात दंगा के पीडितों के आंसू को पोंछने के प्रति मोदी असंवेदनशील रहे :जदयू
पटना: पटना में हुए सिलसिलेवार धमाकों पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेने और उनपर असंवेदनशील होने के आरोप को जदयू ने आधारहीन बताते हुए कहा कि यह वर्ष 2002 के गुजरात दंगा पीडितों के आंसू पोंछने के प्रति असंवेदनशील रहे मोदी की […]
पटना: पटना में हुए सिलसिलेवार धमाकों पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेने और उनपर असंवेदनशील होने के आरोप को जदयू ने आधारहीन बताते हुए कहा कि यह वर्ष 2002 के गुजरात दंगा पीडितों के आंसू पोंछने के प्रति असंवेदनशील रहे मोदी की बिहार के प्रति नफरत को दर्शाता है.
छत्तीसगढ के जगदलपुर में आज मोदी द्वारा नीतीश पर लगाए गए आरोपों को आधारहीन बताते हुए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि नीतीश जी और इस प्रदेश के खिलाफ कहानी गढके मोदी ने बिहार के प्रति अपनी नफरत को दर्शाया है.
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार हो उसे इस प्रकार के गैरजिम्मेदाराना बातें करने से बचना चाहिए, यह उनकी पार्टी भाजपा के साथ-साथ देश हित में भी नहीं है. नरेंद्र मोदी के उस कथन कि जब पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाजपा की रैली के दौरान धमाके हो रहे थे उस समय राजगीर में वे छप्पन भोग का आनंद उठा रहे थे के बारे में सिंह ने कहा कि वे झूठ बोल रहे हैं.
सिंह ने कहा कि हकीकत यह है कि 27 अक्तूबर को पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके के मद्देनजर हालात पर नजर रखने के लिए नीतीश जी ने मुंगेर में आयोजित अंतर्राष्टरीय योग सम्मेलन में शामिल होने तथा राजगीर की अपनी यात्रा को रद्द कर दी थी.