जालंधर : देश में इन दिनों सहिष्णुता और असहिष्णुता के बीच जुबानी जंग छिड़ी है.इनसबके बीच नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने बिहार चुनाव परिणाम पर कहा कि वहां इनसािनयत की जीत हुई है. बिहार चुनावके नतीजों ने साबित कर दिया है कि भारत एक सहनशील देश है.
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा ने यहां एक निजी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कहा कि कुछ लोगों का राजनीतिक हित हो सकता है, लेकिन भारत सबसे ज्यादा सहिष्णु देश है. बिहार चुनाव के नतीजों से साफ हो गया है कि हिंदुओं का एक बड़ा तबका शांतिप्रिय है. उन्होंने कहा कि यह भारत की राजनीति है, इसमें मुझे नहीं पड़ना है. मैं भारत सरकार का सबसे लंबा मेहमान हूं.
दलाई लामा के बयान का कमोवेश हर तरफ से समर्थन किया जा रहा है. दलाई लामा ने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन हर पार्टी उनकी हां में हां मिला रही है. बिहार की जनता ने विकास व इनसानियत को जीत का हकदार बनाया है. उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में धार्मिक सामंजस्य देखने को मिला. वहां अधिकतर हिंदू समुदाय ने जता दिया है कि वे अभी भी धार्मि क सामंजस्य में विश्वास रखते हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति मानवता की सेवा के लिए की जानी चाहिए, समस्याएं
खड़ी करने के लिए नहीं.