अतीत की यादों में खोए अरविंद केजरीवाल
नयी दिल्ली : दिल्ली मंत्रिमंडल के जन लोकपाल विधेयक को मंजूरी देने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘टीम अन्ना’ के साथ अपने उन दिनों को याद किया जब उन्होंने संप्रग सरकार के लोकपाल के मसौदे को ‘जोकपाल’ बताकर उसकी प्रतियां जला दी थीं. सत्तारुढ़ आप ने एक सोशल मीडिया कैंपेन शुरु कर […]
नयी दिल्ली : दिल्ली मंत्रिमंडल के जन लोकपाल विधेयक को मंजूरी देने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘टीम अन्ना’ के साथ अपने उन दिनों को याद किया जब उन्होंने संप्रग सरकार के लोकपाल के मसौदे को ‘जोकपाल’ बताकर उसकी प्रतियां जला दी थीं.
सत्तारुढ़ आप ने एक सोशल मीडिया कैंपेन शुरु कर भाजपा पर निशाना साधा कि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय भ्रष्टाचार रोधी निकाय के प्रभावों से डरी हुई है. केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘जब मैं इस तस्वीर को देखता हूं तो अतीत की यादें ताजा हो जाती हैं. हमने उस वक्त सरकार के ‘जोकपाल’ को जला दिया था.” केजरीवाल ने एक तस्वीर डाली है जिसमें वह 2011 में लोकपाल के मसौदे की जलती हुई प्रति को हाथ में पकड़े हुए हैं.
आप के दिल्ली के संयोजक दिलीप पांडेय ने सुझाव दिया कि भाजपा का लोकपाल को लेकर ‘डर’ नगर निकायों में व्याप्त भ्रष्टाचार और भविष्य में लोकपाल के कार्यालय द्वारा इसके खिलाफ संभावित कदम के मद्देनजर है. पांडेय ने कहा, ‘‘भाजपा संचालित एमसीडी भ्रष्टाचार का अड्डा है. दिल्ली में हर कोई यह महसूस करता है. भाजपा संचालित एमसीडी वित्तीय और कामकाजी तौर पर चरमरा गई है. वे जानते हैं कि अरविंद केजरीवाल उन्हें नहीं बख्शेंगे. इसलिए भाजपा लोकपाल से डरी हुई है.”