परिवर्तन के एजेंट के रूप में काम करें IAS अधिकारी: पीएम मोदी

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज युवा आईएएस अधिकारियों से कहा कि वे भ्रष्टाचार के ‘‘वाइरल’ के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित करलें और आम जनता के जीवन को बदलने के लिए ‘‘परिवर्तन के एजेंट’ के रूप में काम करें. उन्होंने कहा कि नई उचाइंयों को छूने के लिए देश को इस ‘‘सुनहरे अवसर’ का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2015 7:18 PM

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज युवा आईएएस अधिकारियों से कहा कि वे भ्रष्टाचार के ‘‘वाइरल’ के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित करलें और आम जनता के जीवन को बदलने के लिए ‘‘परिवर्तन के एजेंट’ के रूप में काम करें. उन्होंने कहा कि नई उचाइंयों को छूने के लिए देश को इस ‘‘सुनहरे अवसर’ का लाभ उठाने की जरुरत है.

2013 बैच के 169 आईएएस अधिकारियों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारियों को ‘‘तनाव और संघर्ष’ से प्रभावित नहीं होना चाहिए बल्कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जितना अधिक से अधिक संभव हो लोगों को अपने साथ जोडना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जीवंत व्यवस्था अगर समयानुकूल परितवर्तन को स्वीकार नहीं करती है, तो उसकी जीवंतता समाप्त हो जाती है. और जो व्यवस्था में जीवंतता न हो, वो व्यवस्था अपने आप में बोझ बन जाती है. और इसलिए ये बहुत ही आवश्यक होता है – जैसे व्यक्ति के विकास की जरुरत होती है, व्यवस्थाओं के विकास की भी आवश्यकता होती है, समयानुकूल परिवर्तन की आवश्यकता होती है. कालबायी चीजों से मुक्ति के लिए बडा साहस लगता है. लेकिन अगर प्रयोग करते हैं, उसे सही ढंग से समझते हैं, तो कुछ नई चीजें स्वीकार करने की हम मनोस्थिति भी बना लेते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अक्सर हम पाते हैं कि कुछ लोग वाइरल बुखार से ग्रसित होते हैं. लेकिन साथ ही, हम पाते हैं कि कुछ लोग उससे प्रभावित नहीं होते क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता ऐसी मजबूत होती है कि उस वाइरल से प्रभावित नहीं होती

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