गीता को बेटी बताने वाला बिहार का परिवार DNA टेस्ट में फेल

नयी दिल्ली : सरकार ने रहस्य को खत्म करते हुए गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान से लौटी मूक बधिर गीता की डीएनए जांच बिहार के महतो परिवार से मेल नहीं खाती है. वहीं, कई अन्य परिवारों ने आगे आकर दावा किया है वह उनकी बेटी है. वह एक दशक से भी पहले गलती से पाकिस्तान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2015 12:33 PM

नयी दिल्ली : सरकार ने रहस्य को खत्म करते हुए गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान से लौटी मूक बधिर गीता की डीएनए जांच बिहार के महतो परिवार से मेल नहीं खाती है. वहीं, कई अन्य परिवारों ने आगे आकर दावा किया है वह उनकी बेटी है. वह एक दशक से भी पहले गलती से पाकिस्तान की सीमा के अंदर प्रवेश कर गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने यह भी बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गीता से मिलने के लिए और उसका हाल चाल लेने के लिए 23 नवंबर को इंदौर जाएंगी.

स्वरुप ने कहा, ‘‘यह सच है कि हमने गीता की डीएनए जांच की है. महतो परिवार आगे आया था और उनकी तस्वीरें देखकर गीता ने महसूस किया था कि शायद वे उसके माता पिता हैं. उनकी डीएनए जांच भी की गई है. उसका डीएनए जांच नकारात्मक है.” उन्होंने बताया कि रिपोर्ट एम्स ने तैयार की है जिसे महतो परिवार को भेजा गया है. यहां पहुंचने के बाद गीता महतो परिवार को पहचान पाने में नाकाम रही थी जबकि पहले उनकी तस्वीरें देखकर उसने उनकी पहचान की थी. स्वरुप ने बताया कि कुछ और परिवारों ने भी आगे आकर कहा है कि शायद गीता उनकी बेटी है और सरकार उनकी तस्वीरें गीता को भेज रही है जो इंदौर में मूक बधिर लोगों के लिए एक पुनर्वास केंद्र में है.

उसे वहां कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जा रहा है. स्वरुप ने कहा, ‘‘गीता तस्वीरों को देख रही है लेकिन उसने नहीं बताया है कि वे लोग उसके माता पिता हो सकते हैं.” गौरतलब है कि महतो परिवार ने दावा किया था कि गीता उनकी पहली औलाद है और उसका नाम हीरा है जो 2004 में एक मेले में गुम हो गई थी.

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