कल मलेशिया यात्रा पर जाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कुआलालंपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल से शुरु हो रही तीन दिवसीय मलेशिया यात्रा में आतंकवाद, मानव तस्करी, समुद्री सुरक्षा, दक्षिण चीन सागर विवाद और व्यापार पर बात होगी और इस दौरान मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर-सम्मेलनों में दो शक्तिशाली क्षेत्रीय समूहों को भी संबोधित करेंगे. मोदी रक्षा और सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों […]
कुआलालंपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल से शुरु हो रही तीन दिवसीय मलेशिया यात्रा में आतंकवाद, मानव तस्करी, समुद्री सुरक्षा, दक्षिण चीन सागर विवाद और व्यापार पर बात होगी और इस दौरान मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर-सम्मेलनों में दो शक्तिशाली क्षेत्रीय समूहों को भी संबोधित करेंगे.
मोदी रक्षा और सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढाने और रणनीतिक संबंधों को नये स्तर पर ले जाने के लिहाज से मलेशिया के प्रधानमंत्री नाजिब रजाक समेत वहां के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत भी करेंगे. दोनों पक्ष कई एमओयू पर दस्तखत कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री रविवार को पूर्वी एशिया शिखर-सम्मेलन को संबोधित करेंगे. भारत दस साल पहले यहां बने समूह का संस्थापक सदस्य है.मोदी ने कहा है कि मलेशिया उनकी सरकार की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ के केंद्र में है. भारत की मलेशिया से 2010 से रणनीतिक साझेदारी है.
भारत और आसियान की वार्ता में संपर्क का मुद्दा आ सकता है.राजनीतिज्ञ-सुरक्षा, आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक स्तंभों पर आसियान-भारत का सहयोग और बढाने के लिए नई कार्ययोजना (2016-2020) पर भी नेता चर्चा करेंगे.दसवें पूर्वी एशिया सम्मेलन में आतंकवाद से मुकाबला एक प्रमुख मुद्दा हो सकता है क्योंकि हाल ही में हुए पेरिस आतंकवादी हमलों से स्तब्ध देश समस्या से छुटकारे के प्रयास तेज कर सकते हैं.
पूर्वी एशिया सम्मेलन में नेता अनियमित विस्थापन, दक्षिण चीन सागर विवाद, कोरियाई प्रायद्वीप के हालात और पश्चिम एशिया पर भी चर्चा कर सकते हैं. दक्षिण चीन सागर में विवादों में बु्रनेई, चीन, ताईवान, मलेशिया, फिलिपींस और वियतनाम के बीच द्वीपीय और समुद्री नियंत्रण के दावे शामिल हैं.