केजरीवाल की ‘‘झाड़ू चलाओ यात्रा ’’ चुनाव आयोग की जांच के घेरे में
नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों के पहले अधिकतम लोगों तक पहुंचने का प्रयास करते हुए आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने आज ‘‘झाडू चलाओ यात्रा ’’ शुरु की जो चुनाव आयोग की जांच के घेरे में है क्योंकि पर्यवेक्षकों के अनुसार रैली के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है.केजरीवाल ने 22 दिवसीय यात्रा (रोडशो) […]
नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों के पहले अधिकतम लोगों तक पहुंचने का प्रयास करते हुए आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने आज ‘‘झाडू चलाओ यात्रा ’’ शुरु की जो चुनाव आयोग की जांच के घेरे में है क्योंकि पर्यवेक्षकों के अनुसार रैली के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है.केजरीवाल ने 22 दिवसीय यात्रा (रोडशो) दिल्ली विधानसभा परिसर के पास सिविल लाइंस में मैग्जीन रोड पर पुराने चंद्रावल से दिन में करीब 11 बजे शुरु की.
बहरहाल, रोडशो शुरु होने के कुछ देर बाद ही चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों ने पुरानी दिल्ली में चांदनी चौक के पास रैली को रोक दिया. उन्होंने अनुमति से अधिक संख्या में वाहनों के उपयोग पर आपत्ति जतायी. आदर्श आचार संहिता के अनुसार किसी रैली में 10 वाहनों की ही अनुमति है.
केजरीवाल ने अपने समर्थकों से चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करने को कहा. चार घंटे तक चला रोडशो विधानसभा, तीस हजारी, बर्फखाना, चांदनी चौक, लाल किला, जामा मस्जिद और मटिया महल इलाकों से गुजरा.रोडशो दोपहर बाद तीन बजे तक ही चलाने की अनुमति होने के कारण केजरीवाल बल्लीमारन इलाके में नहीं जा सके और उनका कार्यक्रम तुर्कमान गेट पर ही खत्म हो गया.
आप के एक नेता ने कहा कि यात्रा के दौरान केजरीवाल ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और चार दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए उनसे समर्थन मांगा. उन्होंने कहा कि जब रोडशो विधानसभा इलाके से गुजर रहा था तो अगल बगल में स्थित घरों से लोगों ने समर्थन व्यक्त करते हुए केजरीवाल की पार्टी के चुनाव चिह्न झाड़ू लहराए.