कांग्रेस की आतंकियों से साठगांठ : सुखबीर सिंह बादल
नयी दिल्ली : पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का संबंध पंजाब के आतंकी संगठनों व अलगाववादियों से हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस राज्य को 1980 के दौर में ले जाना चाहती है और उसके रिश्ते खालिस्तान आतंकियों से हैं. […]
नयी दिल्ली : पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का संबंध पंजाब के आतंकी संगठनों व अलगाववादियों से हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस राज्य को 1980 के दौर में ले जाना चाहती है और उसके रिश्ते खालिस्तान आतंकियों से हैं.
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने अलगाववादियों के साथ मंच साझा किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस टेरेरिस्ट संगठन, अलगाववादियों के साथ महागंठबंधन तैयार कर रही है. बादल ने कहा कि कांग्रेस की नीति फूट डालो राज करो की है. बादल ने कहा कि पंजाब के हाल के दिनों में जो घटनाएं घटी हैं वे कांग्रेस की साजीश का परिणाम हैं.
सुखबीर सिंह ने आज अपने आरोपों को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की है. गृहमंत्री से भी मिलने का उनका कार्यक्रम है. उन्होंने कहा है कि जो काम राहुल गांधी कर रहे हैं, वही काम इंदिरा गांधी व राजीव गांधी ने भी किया था.
उन्होंने कहा है कि देश के दुश्मनों को नहीं छोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की नीतियों के कारण पंजाब व देश में अशांति का खतरा उत्पन्न हो गया है. उन्होंने कहा कि पंजाब में राहुल गांधी माहौल बिगाड़ना चाहते हैं.
सुखबीर ने कहा कि अमृतसर में खालिस्तान के झंडे लहराये गये और उस कार्यक्रम में कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल थे. बादल ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी ने वैसे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की. उन्होंने कहा है कि उन अलगाववादियों के रिश्ते पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से है.
क्या है मामला
दस नवंबर को अमृतसर में हुई सिखों की सरबत खालसा के तले एक बड़ा धार्मिक आयोजन किया गया था, जिसका संयोजन सिरमनजीत सिंह मान और मोहकम सिंहनेकिया था. हरमंदिर साहिब परिसर से लगभग 20 किमी दूर सिख नेताओं के आह्वान पर हजारों सिख इसमें इकट्ठा हुआ थे. सत्ताधारी अकाली दल का विरोध कर रहे सिख नेताओं ने सरबत खालसा में पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी जगतार सिंह हवारा को अकाल तख्त का जत्थेदार नियुक्त किया था. हवारा फिलहाल जेल में हैं.
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने आरोप लगाया है कि इसमें एके 47 भी लहराये गये. इस आयोजन में कांग्रेस के स्थानीय विधायक व पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे.