विजयदान देथा का निधन
जयपुर:राजस्थानी भाषा के जाने-माने साहित्यकार विजयदान देथा का निधन हो गया है. वे 87 साल के थे. बिज्जी के नाम से मशहूर विजयदान देथा अपनी कहानियों के लिए देश-विदेश में मशहूर थे. राजस्थान के पाली जिले के रहने वाले विजयदान देथा ने राजस्थानी में करीब 800 छोटी-बड़ीकहानियां लिखीं. जिनका कई भाषाओं में अनुवाद किया गया […]
जयपुर:राजस्थानी भाषा के जाने-माने साहित्यकार विजयदान देथा का निधन हो गया है. वे 87 साल के थे. बिज्जी के नाम से मशहूर विजयदान देथा अपनी कहानियों के लिए देश-विदेश में मशहूर थे. राजस्थान के पाली जिले के रहने वाले विजयदान देथा ने राजस्थानी में करीब 800 छोटी-बड़ीकहानियां लिखीं. जिनका कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है. उनकी कहानियों में राजस्थानी लोक संस्कृति, आम जीवन की झलक मिलती है. विजयदान देथा को साहित्य अकादमी और पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
फिल्मकारों की पसंद
उनकी कहानियों और उपन्यासों पर कई नाटक और .फिल्में बनी हैं, जिनमें श्याम बेनेगल की .फिल्म और हबीब तनवीर का नाटक चरणदास चोर, प्रकाश झा की परिणीति और उनकी कहानी दुविधा पर इसी नाम से बनी मणि कौल की .फिल्म और अमोल पालेकर की पहेली शामिल हैं. विजयदान देथा ने बच्चों के लिए भी कहानियां लिखी थीं. बने बनाये सांचों को तोड.ने वाले देथा ने कहानी सुनाने की राजस्थान की समृद्ध परंपरा से अपनी शैली का तालमेल किया. चतुर गडे.रियों, मूर्ख राजाओं, चालाक भूतों और समझदार राजकुमारियों की जुबानी देथा ने जो कहानियां बुनीं उन्होंने देथा के शब्दों को जीवंत कर दिया.