मुंबई हमलाः पुस्तक में किए गए दावों की जांच की जाएगी
नयी दिल्ली: मुंबई हमलों पर एक पुस्तक में ‘हनी बी’ कूट नाम के ‘सुपर एजेंट’ की भारतीय प्रतिष्ठान में मौजूदगी से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादियों के उतरने के स्थल की पहचान करने में मदद मिलने के दावों की सरकार जांच करेगी. यह पूछे जाने पर कि एक हालिया पुस्तक में दो विदेशी […]
नयी दिल्ली: मुंबई हमलों पर एक पुस्तक में ‘हनी बी’ कूट नाम के ‘सुपर एजेंट’ की भारतीय प्रतिष्ठान में मौजूदगी से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादियों के उतरने के स्थल की पहचान करने में मदद मिलने के दावों की सरकार जांच करेगी.
यह पूछे जाने पर कि एक हालिया पुस्तक में दो विदेशी पत्रकारों द्वारा पूछताछ में किए गए खुलासे की क्या उन्हें कोई सूचना है, केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ‘‘यह :पुस्तक की विषय वस्तु: मेरी जानकारी में नहीं है लेकिन हम इसकी छानबीन करेंगे.’’ पुस्तक में दावा किया गया है कि आतंकवादियों के उतरने के स्थल बधवार पार्क के बारे सूचना आईएसआई के संचालकों ने पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी लश्कर ए तैयबा संचालक डेविड हेडली से साझा किया, जिसने इलाके की टोह लेने के दौरान इसका मुआयना किया था.
एड्रियन लेवी और केथी स्कॉट क्लार्क की पुस्तक ’द सीज’ में इस बारे में दावा किया गया है.
हेडली के आका एवं आईएसआई के मेजर इकबाल ने उसे गोपनीय भारतीय दस्तावेज दिया जिसके बारे में इकबाल ने दावा किया था कि उसे यह भारतीय पुलिस और सेना प्रतिष्ठान से मिला था. इसमें उनके प्रशिक्षण एवं सीमाओं का खुलासा किया गया था.पुस्तक के मुताबिक मेजर ने दावा किया है कि नई दिल्ली में उनका एक सुपर एजेंट है जिसे हनी बी के नाम से जाना जाता है. मेजर ने खुलासा किया कि वह हेडली का मार्ग निर्देशन करेगा जबकि मुंबई अभियान को लश्कर ए तैयबा अंजाम देगा.