नयी दिल्ली : सोमवार को आमिर खान के असहिष्णुता वाले बयान के बाद फिल्म निर्माता रामगोपाल वर्मा ने उनपर निशाना साधते हुए कहा कि एक हिंदू बहुल देश में तीन मुस्लिम स्टार शाहरूख आमिर और सलमान सुरपस्टार हैं. मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि देश में असहिष्णुता है. रामगोपाल वर्मा ने अपने ट्विट में आगे लिखा कि जिस देश में हिंदू प्रभावपूर्ण स्थिति में हैं वहां तीन मुसलमानों का स्टार होना खुद साबित करता है कि यह देश असहिष्णु नहीं है. एक और ट्विट में रामगोपाल ने लिखा कि कुछ असहिष्णुता की छिटपुट घटनाओं को लेकर बेवहज का विवाद खड़ा किया जा रहा है, जबकि तीन मुसलमान अभिनेताओं का स्टारडम यह साबित करता है कि यह देश असहिष्णु नहीं है और यहां के बहुसंख्यक लोग सहिष्णु हैं.
If Aamir,Sharuk and Salman the three biggest stars of the Hindu country "India" are Muslims, I don't understand where intolerance is ?
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) November 24, 2015
Isolated incidents cant be taken as sign of intolerance and the super stardom of 3 Muslims is proof enough of the vast majority's tolerance
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) November 24, 2015
If u are really feeling like a family and there's a problem in the family,family members in public wont say theres intolerance in the family
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) November 24, 2015
Isn't Aamir,Sharuk,Salman,3 Muslims becoming biggest stars of a Hindu country proof enough that india is tolerant?
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) November 24, 2015
रामगोपाल ने आगे लिखा है कि अगर आप इस देश में एक परिवार की तरह रहते हैं तो परिवार का कोई भी सदस्य सार्वजनिक रूप से अपनी परिवार की समस्याओं या गलतियों को उजागर नहीं करता है. इसके साथ रामगोपाल वर्मा ने आम लोगों से राय मांगी है. आमिर के बयान के बाद अभिनेता अनुपम खेर ने आमिर से पूछा कि उनकी पत्नी कौन से देश जाना चाहती है. उधर परेश रावल ने भी आमिर को सुझाव दिया कि अगर हम अपनी मातृभूमि से प्रेम करते हैं तो विकट परिस्थिति में देश छोड़कर भागेंगे नही, बल्कि उसका मुकाबला करेंगे.उधर आमिर खान के असहिष्णुता वाले बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए अभिनेत्री रवीना टंडन ने कहा कि जो लोग मोदी की पीएम नहीं देखना चाहते, वे चाहते हैं कि सरकार गिर जाये. ऐसे लोग राजनीति के लिए देश को शर्मसार कर रहे हैं.
अभिनेता से जब पेरिस हमले और आईएसआईएस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा निंदनीय है. आमिर ने कहा, ‘मैं इन चीजों के बारे में सोचता हूं. मुझे नहीं लगता कि वह इस्लामिक कदम था. एक व्यक्ति कुरान लेकर लोगों की हत्याएं कर रहा है, उसे लगता होगा कि वह इस्लामिक कदम उठा रहा है, लेकिन मुसलमान होने के नाते मुझे लगता है कि वह जो कर रहा है वह इस्लामिक नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए स्पष्ट है, एक व्यक्ति जो मासूमों की हत्या कर रहा है, मुसलमान नहीं है. जहां तक मेरा सवाल है, वह मुसलमान नहीं है. वह मुसलमान होने का दावा कर सकता है, लेकिन हमें उसे मुसलमान नहीं मानना चाहिए. वह आतंकवादी है और उसे आतंकवादी के रूप में ही पहचानना चाहिए. मेरी समस्या सिर्फ आईएसआईएस से नहीं बल्कि उस तरह की सोच से है.’