मुंबई : शिवसेना ने असिहष्णुता पर टिप्पणी के लिएबुधवार को बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पर हमला बोला और कहा कि वह ‘‘बेमानी की भाषा’ बोल रहे हैं. पार्टी ने फिल्म उद्योग की ‘खान जमात’ से पूछा कि वे स्पष्ट करें कि आखिर उन पर क्या संकट आन पड़ा है. आमिर को ‘‘3 इडियट्स’ में उनके द्वारा निभाए गये चरित्र ‘रणछोड़दास’ की संज्ञा देते हुए शिवसेना ने कहा कि ‘‘यह रणछोड़दास स्पष्ट करे कि आखिर वह किस देश में रहने जा रहा है.
भाजपा की सहयोगी ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा, देश छोड़ने की बात करना बेमानी की भाषा है. इस देश ने आपको जो वैभव दिया है, उसे यहीं छोड़ दो. शिवसेना ने कहा कि यह तो केवल आमिर ही जानते हैं कि वह देश क्यों छोड़ना चाहते हैं और उन्होंने अपनी फिल्मी पत्नी को इतनी गंभीरता से क्यों ले लिया. इसने कहा, जो लोग भारत को अपना नहीं मानते, उन्हें देशभक्ति और ‘सत्यमेव जयते’ :आमिर के टीवी शो का जिक्र करते हुए: की बात नहीं करनी चाहिए.
बॉलीवुड की ‘खान जमात’ पर हमला करते हुए शिवसेना ने कहा, फिल्म उद्योग की खान जमात देश छोड़ने की बात करती है. यह पता चलना चाहिए कि उन पर क्या संकट आन पड़ा है. हिन्दू आराध्यों का उपहास उड़ाने वाली फिल्म ‘पीके’ ने करोड़ों रुपये कमाए. क्या यह सिर्फ इसलिए हुआ कि देश असहिष्णु है. शिवसेना ने कहा कि यदि अभिनेता ‘असहिष्णुता’ को लेकर घुटन महसूस करते हैं तो उन्हें अपनी फिल्म भारत से बाहर रिलीज करनी चाहिए. आमिर और उनकी पत्नी को कश्मीर जाना चाहिए और हमारे जवानों द्वारा लड़ी जाने वाली लड़ाई देखनी चाहिए. क्या शहीद जवानों के परिवारों को देश छोड़ देना चाहिए.
गौर हो कि पचास वर्षीय आमिर ने कहा था, उनकी पत्नी किरण और मैंने सारा जीवन भारत में बिताया है. पहली बार, उसने कहा कि हमें भारत से बाहर जाना चाहिए. उसे बच्चों को लेकर डर लगता है, उसे डर लगता है कि हमारे आसपास क्या माहौल होगा.