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राजद्रोह के मामले में हार्दिक के स्वर परीक्षण का परिणाम रहा सकारात्मक

अहमदाबाद : पटेलों के आरक्षण आंदोलन के अगुवा हार्दिक पटेल के खिलाफ राजद्रोह के मामले में उनके स्वर परीक्षण का परिणाम सकारात्मक रहा क्योंकि उनके स्वर नमूने का मिलान पकडे गए कॉल से हो गया है. गांधीनगर की अपराध विज्ञान प्रयोगशाला के एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. प्रयोगशाला ने शहर की अपराध शाखा […]

अहमदाबाद : पटेलों के आरक्षण आंदोलन के अगुवा हार्दिक पटेल के खिलाफ राजद्रोह के मामले में उनके स्वर परीक्षण का परिणाम सकारात्मक रहा क्योंकि उनके स्वर नमूने का मिलान पकडे गए कॉल से हो गया है. गांधीनगर की अपराध विज्ञान प्रयोगशाला के एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. प्रयोगशाला ने शहर की अपराध शाखा के अनुरोध पर यह परीक्षण किया था जिसने हार्दिक के खिलाफ पिछले महीने दर्ज प्राथमिकी में उन पर राजद्रोह और सरकार के खिलाफ युद्ध छेडने का आरोप लगाया है.

पिछले महीने हार्दिक का स्वर नमूना एफएसएल पहुंचा था और उसका नतीजा आज घोषित किया गया. हार्दिक फिलहाल सूरत की जेल में हैं. स्वर परीक्षण की जरुरत इसलिए पडी क्योंकि अपराध शाखा ने दावा किया था कि हार्दिक के फोन की जो आवाज पकडी गयी थी, उससे पता चला कि वह ऐसी गतिविधियों में संलग्न हैं जो राजद्रोह एवं सरकार के खिलाफ युद्ध छेडने के बराबर हैं.
एफएसएल के एक शीर्ष अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘‘हार्दिक के स्वर परीक्षण का नतीजा सकारात्मक आया है और उनके स्वर नमूने का मिलान पकडे गए कॉल से हो गया है जिसे पुलिस ने हमें सौंपा था. हमने अपनी रिपोर्ट आज पुलिस को दे दी. ”
अपराध शाखा ने हार्दिक पटेल (22) के खिलाफ 21 अक्तूबर को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था. प्राथमिकी में उनके पांच सहयोगियों- केतन पटेल, दिनेश बाभानिया, अल्पेश कठिरिया, अमरीष पटेल और चिराग पटेल के भी नाम हैं. केतन, दिनेश और चिराग सलाखों के पीछे हैं जबकि दो अन्य उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप पर अबतक गिरफ्तार नहीं किए गए.
प्राथमिकी में पुलिस ने दावा किया कि उसने हार्दिक और उनके सहयोगियों के बीच फोन पर बातचीत पकडी और पाया कि उन्होंने (हार्दिक ने) 25 अगस्त की विशाल रैली के बाद पटेल युवकों को हिंसा एवं दंगे के लिए उकसाने की कथित कोशिश की.प्राथमिकी के अनुसार ऐसे निर्देश से गुजरात भर में हिंसा फैली तथा जान-माल की भारी क्षति हुई . अपना पक्ष मजबूत बनाने के लिए अपराध शाखा ने हार्दिक का स्वर नमूना लेने का फैसला किया ताकि यह साबित हो कि ये सारे कॉल उन्होंने ही किए थे.
यह हार्दिक के खिलाफ दूसरी प्राथमिकी है. पिछले महीने सूरत पुलिस ने हार्दिक को अपने सहयोगियों को आत्महत्या करने के बजाय पुलिसकर्मियों की जान लेने के लिए कथित रुप से उकसाने को लेकर राजद्रोह के आरोप को लेकर गिरफ्तार किया था.बाद में शहर की अपराध शाखा उन्हें स्थानांतरण वारंट पर यहां ले आयी और स्वर परीक्षण कराने के लिए उन्हें एफएसएल ले गयी. हार्दिक ने इस परीक्षण के वास्ते अपनी सहमति दी थी.

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