आखिर भाजपा की सभाओं और बम विस्फोटों में नजदीकी रिश्ता क्यों:जदयू

पटना : पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके के बाद राजग के दो पुराने सहयोगियों भाजपा और जदयू के बीच जारी वाकयुद्ध के बीच जदयू ने आज भाजपा से यह प्रश्न किया है कि उसकी सभाओं, यात्राओं और बम विस्फोटों में इतना नजदीकी रिश्ता क्यों है. जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने आज एक प्रेस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2013 8:48 PM

पटना : पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके के बाद राजग के दो पुराने सहयोगियों भाजपा और जदयू के बीच जारी वाकयुद्ध के बीच जदयू ने आज भाजपा से यह प्रश्न किया है कि उसकी सभाओं, यात्राओं और बम विस्फोटों में इतना नजदीकी रिश्ता क्यों है. जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा से यह जानना चाहा है कि उसकी सभाओं, यात्राओं और बम विस्फोटों में इतना नजदीकी रिश्ता क्यों है.

उन्होंने कहा कि लोग यह कहते हैं कि कर्नाटक में भाजपा का खाता तब खुला जब वहां उसकी चुनावी सभा में बम विस्फोट हुआ. नीरज ने दावा किया कि बेंगलूर में चुनाव के ठीक पहले भाजपा कार्यालय के बाहर बम विस्फोट में इस्तेमाल सिम कार्ड आरएसएस के एक प्रमुख नेता का था. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से भाजपा की जन चेतना रथ यात्रा तभी सुर्खियों में आयी जब मदुरै में पाईप बम मिला नहीं तो वह यात्रा लगभग फ्लॉप हो रही थी.

नीरज ने कहा कि भाजपा को इस बात का जवाब देना चाहिए कि मध्य प्रदेश के खण्डवा जेल में बंद सिमी के छह आतंकवादी प्रशासन की नाक के नीचे से फरार होने में कैसे कामयाब हो गए. उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पनाहगाह के तौर पर सुर्खी बटोर चुके भाजपा शासित छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर में नक्सलियों को हथियार की आपूर्ति जैसे संवदेनशील मसले के खुलासे के बाद भी मोस्ट वांटेड इनामी खालिस्तानी आतंकवादी निर्मल सिंह उर्फ निम्मा लगातार एक साल तक वहां रहा था पर उस राज्य की पुलिस और खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी.

Next Article

Exit mobile version