नयी दिल्ली : समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव ने संविधान में बार बार किये जा रहे संशोधनों को एक ‘साजिश’ बताते हुएशुक्रवारको सरकार से यह स्पष्टीकरण देने की मांग की कि क्या वह आरक्षण के मामले में संविधान की समीक्षा करेगी जैसा कि आरएसएस प्रमुख ने मांग की है. उन्होंने यह संकल्प भी करने को कहा कि भविष्य में संविधान कोई संशोधन नहीं किया जायेगा.
लोकसभा में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती वर्ष के अवसर पर लोकसभा में कल शुरु हुई विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने कहा है कि आरक्षण समाप्त नहीं होगा लेकिन आरक्षण की समीक्षा या उस पर पुनर्विचार के संबंध में स्थिति स्पष्ट नहीं की है. उन्होंने कहा, क्या संविधान की समीक्षा होगी, आरक्षण की समीक्षा होगी. यह आरएसएस के एजेंडे में है, इसलिए प्रधानमंत्री को इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए.
सपा नेता ने कहा कि भारतीय संविधान में जितने अधिक संशोधन हुए है, दुनिया के किसी देश में इतने संशोधन नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा, अपनी सुविधा और लाभ के लिए संशोधन करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, संविधान को बदलने की साजिश से हम सहमत नहीं है. यह संशोधन क्योंं किये गये. क्या डा. अंबेडकर, जवाहर लाल नेहरु, राजेन्द्र बाबू से ज्यादा काबिल हैं लोग.
पूर्व रक्षा मंत्री ने सरकार से आश्वासन मांगा कि अब संविधान में अनावश्यक संशोधन न हो, बार बार इसे बदलने की साजिश नहीं हो. मैं इसकी निंदा करता हूं. अब यह संकल्प लेना चाहिए कि अब संशोधन नहीं करना है.