चेन्नई : मांग के बावजूद भी तमिलनाडु में मद्यनिषेध नहीं करने पर मुख्यमंत्री जयललिता पर आज विपक्ष ने प्रहार किया और उनसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया. विपक्ष ने बिहार में मद्यनिषेध का निर्णय लेने पर कुमार की प्रशंसा की.
द्रमुक कोषाध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने नीतीश के फैसले को ऐतिहासिक, बड़ा एवं मानवीय करार देते हुए कहा कि यह राष्ट्र को मार्ग दिखाएगा. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘यह जनहित को महत्व देकर लिया गया पथप्रदर्शक फैसला है. ” उन्होंने कहा, ‘‘मैं जयललिता से नीतीश के पदचिह्नों पर चलने की अपील करता हूं। ” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को मद्यनिषेध के खिलाफ खोखली दलीलें छोड देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि बिहार में विपक्ष ने मद्यनिषेध की मांग भी नहीं की थी और तमिलनाडु की तरह वहां इस मांग को लेकर कोई प्रदर्शन भी नहीं हुआ लेकिन नीतीश ने जनहित को ध्यान में रखकर यह फैसला किया। जबकि जयललिता सरकार को बस अपने हितों की चिंता है. उन्होंने कहा कि यदि अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद द्रमुक सत्ता में आती है तो तमिलनाडु में मद्यनिषेध लागू किया जाएगा. माकपा, भाकपा और पीएमके ने भी मद्यनिषेध कीमांग दोहरायी.