राजस्थान में चुनाव मैदान में उतरे बागियों को मनाने में लगी पार्टियां
जयपुर : राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए आगामी एक दिसम्बर को होने वाले चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी अपने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले बागियों को मनाने में लगी हुई हैं. कांग्रेस और भाजपा ने नामांकनों की जांच का कार्य कल पूरा होने के बाद रुठों को मनाने […]
जयपुर : राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए आगामी एक दिसम्बर को होने वाले चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी अपने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले बागियों को मनाने में लगी हुई हैं.
कांग्रेस और भाजपा ने नामांकनों की जांच का कार्य कल पूरा होने के बाद रुठों को मनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं.कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान, मंडावा विधानसभा सीट से अपनी पार्टी की विधायक रीटा चौधरी के मैदान में डटे रहने के कारण मुसीबत में है. कांग्रेस के करीब पंद्रह से अधिक प्रत्याशी अपने रुठे साथियों की वजह से परेशानी में हैं. हालांकि जयपुर आये कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के चुनाव प्रभारी गुरुदास कामत ने बागी उम्मीदवारों को मनाने का दावा किया है.
कमोबेश भाजपा भी अपने बागी उम्मीदवारों से जूझ रही है. भाजपा को जयपुर समेत 27 स्थानों पर अपने अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे बागी उम्मीदवारों से खतरा है. भाजपा प्रवक्ता ने नामांकन वापसी तक बागियों द्वारा नामांकन वापस लिए जाने की आज उम्मीद जताई. उन्होंने कहा कि कोटा से नामांकन पत्र भरने वाले पूर्व मंत्री मदन दिलावर अपना नामांकन पत्र वापस ले रहे हैं.राज्य में नामांकन वापस लेने की अन्तिम तिथि 16 नवम्बर है. इसके बाद दोनों पार्टियों के बागी उम्मीदवारों के चेहरे सामने आ जाएंगे.