चीन के साथ हुआ सीमा सुरक्षा सहयोग राष्ट्रहित के विपरीतः राजनाथ
मिर्जापुर:भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पिछले महीने भारत और चीन के बीच हुए सीमा सुरक्षा सहयोग समझौते को राष्ट्रीय हित के विपरीत करार देते हुए कहा है कि यह समझौता रद्द होना चाहिए. मां विध्यावासिनी के दर्शन पूजन के लिए आज जिले के विंध्याचल पहुंचे सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में […]
मिर्जापुर:भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पिछले महीने भारत और चीन के बीच हुए सीमा सुरक्षा सहयोग समझौते को राष्ट्रीय हित के विपरीत करार देते हुए कहा है कि यह समझौता रद्द होना चाहिए.
मां विध्यावासिनी के दर्शन पूजन के लिए आज जिले के विंध्याचल पहुंचे सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चीन के प्रधानमंत्री ली के चियांग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच हुए सीमा सहयोग समझौते अनुच्छेद छह कहता है कि यदि चीनी सैनिक गश्त के दौरान भारतीय सीमा में घुस जायें तो भारतीय सैनिक उन्हें खदेडेंगे नहीं.
उन्होंने कहा कि यह समझौता संसद को बिना विश्वास में लिए किया गया है और देश के साथ धोखा है. यह समझौता रद्द होना चाहिए.भाजपा अध्यक्ष ने सवाल किया कि जब भारत चीन की सीमा (एलएसी) परिभाषित ही नहीं है तो यह कैसे तय होगा कि चीन ने भारतीय सीमा का उल्लंघन नहीं किया. वर्तमान स्थिति कायम रहनी चाहिए.
अरुणाचल प्रदेश के लोगों को नत्थी वीजा देने पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार आते ही यह बंद हो जायेगा अन्यथा भारत भी तिब्बत के लोगों को नत्थी वीजा देगा.उन्होंने विदेश नीति पर कहा ,’’ हमारी सरकार आने पर हम सहयोग की नीति का पालन करेंगे लेकिन राष्ट्रीय हित सर्वोपरि होगा.’’