सलमान रश्‍दी पर चिदंबरम के बयान के बाद कांग्रेस में हंगामा

नयी दिल्‍ली : सलमान रश्दी के उपन्यास ‘द सेटेनिक वर्सेस’ पर बयान देकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को अपने ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा रहा है. 27 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी सरकार द्वारा रश्दी के उपन्यास पर रोक लगाने को गलत बताने के बाद चिदंबरम के खिलाफ और समर्थन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2015 6:49 PM

नयी दिल्‍ली : सलमान रश्दी के उपन्यास ‘द सेटेनिक वर्सेस’ पर बयान देकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को अपने ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा रहा है. 27 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी सरकार द्वारा रश्दी के उपन्यास पर रोक लगाने को गलत बताने के बाद चिदंबरम के खिलाफ और समर्थन में पार्टी के अंदर से प्रतिक्रिया सामने आ रही है.

चिदंबरम के समर्थन में उतरे कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, 27 साल पहले अगर कुछ गलत हुआ और चिदंबरम उसे स्विकार कर रहे हैं, तो इसका स्‍वागत करना चाहिए. वहीं कांग्रेस के ही नेता हंसराज भारद्वाज ने राजीव गांधी के फैसले का स्‍वागत किया है. उन्‍होंने कहा, राजीव गांधी पर गर्व है. उन्‍होंने जो किया वह उचित था.इधर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने रश्‍ती के उपन्‍यास पर बैन लगाने के मामले में चिदंबरम के बयान को गलत बताया है और राजीव गांधी को सही बताया.
दीक्षित ने कहा, 27 साल पहले अगर कुछ गलत हुआ था, तो उसे कब का सुधारा जा सकता था. इस मामले में बढ़ते हंगामे के बीच रश्दी ने ट्वीट कर कहा, इसे मानने में 27 साल लग गये कि उस समय गलत हुआ था. गलती ठीक करने में कितना समय लगेगा.
गौरतलब हो कि सलमान रश्दी के उपन्यास ‘द सेटेनिक वर्सेस’ पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी सरकार द्वारा रोक लगाने के 27 साल बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि यह गलत था. 1986 से 89 तक रही राजीव गांधी की सरकार में गृह राज्यमंत्री रहे चिदंबरम ने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी ने 1980 में स्वीकार किया था कि आपातकाल लगाना एक भूल थी.
उन्होंने यहां टाइम्स लिटफेस्ट में कहा, मुझे यह कहते हुए कोई संकोच नहीं है कि सलमान रुश्दी की किताब पर प्रतिबंध गलत था. जब चिदंबरम से पूछा गया कि वह इतने साल बाद यह बात क्यों कह रहे हैं तो उन्होंने कहा, अगर आप मुझसे 20 साल पहले पूछते, तब भी मैं यही बात कहता.

Next Article

Exit mobile version