बीजेपी ने धमकी दी, कांग्रेस ने सीबीआई के जरिए फंसाया : मायावती
नयी दिल्ली : बसपा सुप्रीमों और राज्यसभा सांसद मायावती ने आरक्षण पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. मायावती ने स्वयं को फंसाये जाने को लेकर मौजूदा केंद्र सरकार और साथ ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि मुझपर भाजपा ने बहुत दबाव डाला कि […]
नयी दिल्ली : बसपा सुप्रीमों और राज्यसभा सांसद मायावती ने आरक्षण पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. मायावती ने स्वयं को फंसाये जाने को लेकर मौजूदा केंद्र सरकार और साथ ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि मुझपर भाजपा ने बहुत दबाव डाला कि हिंदूवादी तरीके से सरकार चलाया जाए और यह भी कहा कि अगल मैंने ऐसा नहीं किया तो अच्छा नहीं होगा.
मायावाती ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे धमकियां भी मिलीं लेकिन मैंने संविधान का सम्मान रखा. मायावती ने कहा कि सीबीआई का दुरूपयोग करके दोनों पार्टियां कांग्रेस और भाजपा दोनों ने मुझे फंसाया. इस बार भी भाजपा वाले वहीं हथकंडा अपना रहे हैं. लेकिन उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी. मायावती ने कहा कि ऐसी मेरी चुनौती है.
देश की वर्तमान परिस्थितियों पर बोलते हुए मायावती ने कहा कि अपने देश में विभिन्नता में एकता देखने को मिलती है,धर्म को अपनाने के मामले में अपने देश के संविधान की बातों को केंद्र और राज्यों की सरकारें बराबर काम कर रही हैं या नहीं, इसकी चिंता है. आरक्षण विवाद पर मायावती ने कहा कि बीजेपी उंची जाति के लोगों को आर्थिक आधार पर आरक्षण देने के पक्ष में हैं. अभी कुछ दिन पहले RSS ने यहां तक कह दिया के आरक्षण में संशोधन की ज़रूरत है. इसके ज़बरदस्त विरोध की वजह से ये खामोश है अगर सरकार ने ऐसा किया तो मैं खुद सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलूंगी. मायावती ने कहा कि कभी भी कांग्रेस और भाजपा ने आरक्षण कोटा पूरा नहीं किया. कांग्रेस पर बरसते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण को खत्म नहीं किया. केंद्र की मौजूदा सरकार को निजी क्षेत्र में आरक्षण की सुविधा दिए बिना बड़े फैसले लिए. इसकी आड़ में बड़े उद्योग घरानों को फायदा पहुंचाया जा रहा है.
सरकार पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि ये सरकार दलितों की सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं है. वी के सिंह का कुत्ता वाला बयान भी काफी शर्मनाक है ऐसे लोगों को संसद में नहीं जेल में होना चाहिए.