अंबाला / हरियाणा : यहां महेशनगर में एक धर्मार्थ अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद 16 लोगों की आंखों की रोशनी को आंशिक रुप से नुकसान पहुंचा है. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने घटना की विभागीय जांच के आदेश दिये हैं. अंबाला के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी एसएमओ डॉ. विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि महेशनगर में धर्मार्थ संस्था ‘सर्व कल्याण सेवार्थ समिति’ ने 24 नवंबर को 16 मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया था.
उन्होंने बताया, ‘‘संस्था के पास शिविर लगाने के लिए हमारी मंजूरी नहीं थी. उन्होंने 2013 में मंजूरी के लिए आवेदन किया था लेकिन इसे हमारी ओर से अस्वीकार कर दिया गया था क्योंकि पहले हम अस्पताल का निरीक्षण करना चाहते थे और ऑपरेशन करने वाले सभी सर्जन के बारे में जानकारी चाहते थे.’ उन्होंने बताया, ‘‘हालांकि, अनुमति के बिना उन्होंने शिविर लगाया. हमारी टीम ने अस्पताल पर छापा मारा है लेकिन यह बंद है. इस सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है.’ डॉ गुप्ता ने कहा कि ये संस्थाएं इस तरह के शिविर लगाती है क्योंकि ऑपरेशन करने पर इन्हें अच्छी रकम मिलती है. उन्हें प्रत्येक व्यक्ति से 1000 रपये मिलते हैं.
उन्होंने कहा कि अधिकतर मरीजों ने अपनी आंखों के आगे के इलाज के लिए चंडीगढ में पीजीआई से संपर्क किया है. पीजीआई के सूत्रों ने कहा कि जिन मरीजों की आंखों का ऑपरेशन किया गया था उनकी आखों की हालत खराब है.