आईएसआई जासूसी मामले में सेना के दो जवान जांच के दायरे में

नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में पदस्थापित सेना के दो जवान जासूसी मामले में दिल्ली पुलिस की जांच के दायरे में हैं और जांच को आगे बढाने के लिए एक टीम को राज्य भेजा जा रहा है. उन जवानों ने लगातार आईएसआई एजेंट कैफतुल्ला खान से बातचीत की. खान और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2015 9:49 PM
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में पदस्थापित सेना के दो जवान जासूसी मामले में दिल्ली पुलिस की जांच के दायरे में हैं और जांच को आगे बढाने के लिए एक टीम को राज्य भेजा जा रहा है. उन जवानों ने लगातार आईएसआई एजेंट कैफतुल्ला खान से बातचीत की.
खान और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद को पिछले सप्ताह पाकिस्तान की बाह्य खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा जासूसी गिरोह चलाए जाने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. आईएसआई गोपनीय सूचना के बदले में उन्हें धन का भुगतान किया करती थी.
जांच से जुडे एक अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान खान के जवाब ने जवानों के बारे में संदेह पैदा किया कि उन्होंने आईएसआई एजेंट के साथ ‘गोपनीय’ दस्तावेजों को साझा किया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने दोनों के कब्जे से सेना से संबंधित कुछ मानचित्र बरामद किए हैं. यह भी संदेह है कि उनमें से एक जवान खान का रिश्तेदार है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त :अपराध: रवींद्र यादव ने कहा, ‘‘इंस्पेक्टर रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में अपराध शाखा के अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ से एक दल को मामले की जांच के लिए कल राजौरी भेजा जाएगा.” उन्होंने कहा कि अगर सैन्यकर्मी जासूसी रैकेट में शामिल पाए गए तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. इस बीच, सूत्रों ने कहा कि पुलिस को दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में आईएसआई हैंडलर के कथित स्रोत की पहचान करनी बाकी है. वह खान और रशीद के सीधे संपर्क में था.
खान ने अपने जांच अधिकारियों से कहा था कि वह भोपाल में किसी से मिलने जा रहा था जिसने उच्चायोग में स्रोत के साथ उसका संपर्क कराया था. खान ने दावा किया कि पाकिस्तान में रहने वाले आईएसआई के एक व्यक्ति ने उससे कहा कि उच्चायोग में मौजूद स्रोत वीजा हासिल करने में उसकी मदद करेगा. वह और संसाधन हासिल करने के लिए उस देश की यात्रा कर सकता है.
एक पुलिस सूत्र ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि रशीद ने खान को डबल क्रॉस किया और पाकिस्तानी हैंडलर के साथ सीधा संपर्क स्थापित किया जो पहले दोनों को खान के जरिए काम सौंपता था . खान स्थायी पे रॉल पर था और आधिकारिक बैंकिंग चैनलों के जरिए तकरीबन 20 हजार रपये प्रति माह हासिल करता था.
उन्होंने कहा कि भेजी गई रकम यूएई और सउदी अरब के जरिए हासिल होती थी लेकिन बाद में पाया गया कि इसे पाकिस्तान से भेजा गया था. खान को गुरवार को भोपाल जाने के क्रम में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था. उसे अपने पैतृक स्थान राजौरी ले जाया गया था जहां पुलिस ने रशीद को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उनके कब्जे से सैनिकों की स्थिति और मूवमेंट के संबंध में कई गोपनीय दस्तावेज बरामद किए. दोनों आरोपियों के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

Next Article

Exit mobile version